कैथल की सिमरन ने कॉमनवेल्थ जूडो प्रतियोगिता में जीता गोल्ड
इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुई कॉमनवेल्थ जूडो चैंपियनशिप 2019 में कैथल की बेटी सिमरन ने इतिहास रच दिया। सिमरन ने प्री-कैडेट आयु वर्ग में 36 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल
सुनील जांगड़ा, कैथल : इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुई कॉमनवेल्थ जूडो चैंपियनशिप 2019 में कैथल की बेटी सिमरन ने इतिहास रच दिया। सिमरन ने प्री-कैडेट आयु वर्ग में 36 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया है।
इस आयुवर्ग में इंडिया ए और इंडिया बी की खिलाड़ी का चयन हुआ था। दोनों ही खिलाड़ियों ने दूसरे देशों की खिलाड़ियों को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। तीन मिनट के फाइनल मुकाबले में इंडिया बी की खिलाड़ी को अंतिम दस सेकेंड में हराकर सिमरन ने गोल्ड हासिल किया। कोच जोगिद्र सिंह व संदीप सिंह ने बताया कि यह प्रतियोगिता 26 से 28 सितंबर तक इंग्लैड के बर्मिंघम में आयोजित हुई थी। सोमवार को सिमरन का कैथल में पहुंचने पर स्वागत किया जाएगा।
इस प्रतियोगिता के लिए चार महीने पहले जूडो फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से दिल्ली में ट्रॉयल लिए गए थे। पूरे भारत से 36 किलोग्राम भारवर्ग में 32 खिलाड़ियों ने भाग लिया था, जिसमें से सिमरन का चयन इंडिया ए में प्रतियोगिता के लिए हुआ था।
इसके अलावा पिछले साल इंदौर में हुई स्कूल नेशनल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल, इसी साल हुई स्कूली स्टेट प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी है। सिमरन का चयन दिसंबर में पूणे में होने वाली स्कूली नेशनल जूडो प्रतियोगिता के लिए भी हो चुका है।
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किसान की बेटी है सिमरन
सिमरन के पिता सतबीर सिंह निवासी देवबन वाली गामड़ी खेती बाड़ी का काम करते हैं। खेती बाड़ी से ही परिवार का गुजारा चल रहा है। परिवार में उसके अलावा दो भाई व एक बहन है। माता निर्मला देवी गृहिणी हैं। खेलों में भाग लेने के लिए परिवार के सदस्यों ने पूरा सहयोग किया। 15 साल से कम आयु की सिमरन ने तीन साल पहले जाट स्कूल में कोच राजेश कुमार के पास जूडो खेलना शुरू किया था। अब दो सालों से वह अंबाला रोड स्थित इंडोर स्टेडियम में कोच जोगिद्र, संदीप व मनोज के पास जूडो का अभ्यास कर रही है। सिमरन जाट कन्या स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है।