आढ़तियों ने खरीद बंद कर मंडियों में की हड़ताल
जिलेभर की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक तेज हो गई है।
जागरण संवाददाता, कैथल: जिलेभर की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक तेज हो गई है। इसके बाद से मंडी में आने वाली गेहूं की सरकारी खरीद भी शुरू हो गई, लेकिन बुधवार शाम को आढ़ती एसोसिएशन ने राज्य स्तरीय आह्वान पर अपनी मांगों को लेकर खरीद बंद करके हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया। किसानों से आढ़तियों ने आह्वान किया है कि वीरवार को किसान अनाज मंडी में गेहूं की फसल लेकर न आएं, क्योकि फसल की खरीद नहीं होगी। सरकार मंडियों में सुविधा नहीं दी जा रही है। इससे आढ़तियों में रोष है। जिला मंडी एसोसिएशन के जिला प्रधान अश्वनी शोरवाला ने कहा कि मंडी में सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। जे-फार्म नहीं काटे जा रहे हैं। इससे किसान व आढ़ती दोनों परेशान हो चुके हैं। पुरानी पेमेंट भी किसानों की नहीं मिल रही है।
नई अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान श्याम लाल ने बताया कि हरियाणा मंडी आढ़ती एसोसिएशन के आह्वान पर खरीद बंद की गई है। उनकी मांग है कि जो किसान सीधी फसल डालना चाहता है, वह सीधी डाले और जो आढ़ती के माध्यम से देना चाहता है, उसे आढ़ती के पास आने की छूट दी जाए। दूसरे जे-फार्म पर किसान की फसल की अनलोडिग और सफाई की 5.80 रुपये की मजदूरी अब सीधे किसान के खाते में जाती है। अब यह आढ़ती को नहीं मिलेगी। इसका विरोध किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक धान के सीजन की 1.80 रुपये के हिसाब से आढ़तियों को मजदूरी नहीं मिली है। साथ ही गेहूं के भुगतान में ब्याज का पैसा भी अभी तक नहीं मिला है। न तो किसान को यह राशि मिली और न ही आढ़ती के खाते में आई। कैथल मंडी की करीब 25 लाख रुपये की ब्याज राशि अटकी है। मंडी प्रधान ने कहा कि इन मांगों को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात हुई थी, लेकिन आश्वासन के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला। इसके चलते राज्य स्तर पर मंडियों में खरीद बंद करने का फैसला लिया गया। दूसरी तरफ बुधवार को दिन में एजेंसियों की ओर से 12 प्रतिशत तक नमी वाली गेहूं को खरीदा गया। बुधवार को ढांड, गुहला चीका, सीवन में खाद्यापूर्ति एजेंसी ने खरीद की है। वहीं कैथल, कलायत व पूंडरी में हैफेड एजेंसी द्वारा खरीद की गई है। बता दें कि मार्केट कमेटी की ओर से अनाज मंडी में खरीद करते समय गेहूं की नमी चेक करने और गेट पास देने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई हुई है। खरीद करते समय कर्मचारियों को 12 प्रतिशत की नमी वाली गेहूं के ही गेट पास देने के आदेश दिए गए हैं। जिन किसानों के गेहूं की नमी ज्यादा मिल रही है, उनको गेट पास नहीं दिया गया। वर्जन-
मार्केट कमेटी सचिव रोशन लाल ने बताया कि गेहूं की खरीद सुचारू रूप से शुरू करवा दी है। 12 प्रतिशत नमी वाली गेहूं को खरीदा जा रहा है। किसान गेहूं को सूखाकर लाएं ताकि मंडी में खरीद करते समय परेशानी न हो। रात के समय कंबाइन से गेहूं की कटाई न करवाएं।