मुफलिसी में जीवन जी रही जूडो खिलाड़ी ज्योति की मदद को उठे हाथ
मुफलिसी में जीवन व्यतीत कर रही जूडो की नेशनल खिलाड़ी ज्योति की मदद को हाथ उठने लगे हैं। सर्वजातीय-सर्व खाप की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष दहिया मंगलवार को खिलाड़ी के घर पहुंचेगी, वहीं भाजपा सरकार में एक और सुधार प्रोजेक्ट के निदेशक रॉकी मित्तल ने भी सहायता का आश्वासन दिया है, प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री प्रो. संपत ¨सह, चंदाना गांव के पूर्व सरपंच सुरेंद्र ¨सह ने भी सहायता के लिए आश्वासन दिया।
सुरेंद्र सैनी, कैथल :
मुफलिसी में जीवन व्यतीत कर रही जूडो की नेशनल खिलाड़ी ज्योति की मदद को हाथ उठने लगे हैं। सर्वजातीय-सर्व खाप की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष दहिया मंगलवार को खिलाड़ी के घर पहुंचेगी, वहीं भाजपा सरकार में एक और सुधार प्रोजेक्ट के निदेशक रॉकी मित्तल ने भी सहायता का आश्वासन दिया है, प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री प्रो. संपत ¨सह, चंदाना गांव के पूर्व सरपंच सुरेंद्र ¨सह ने भी सहायता के लिए आश्वासन दिया। इसके साथ ही खिलाड़ी के कोच से कई सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भी संपर्क करते हुए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
दैनिक जागरण में रविवार के अंक में प्रकाशित मुफलिसी की जमीन पर कामयाबी की फसल संबंधित समाचार प्रकाशित किया था। यह समाचार पढ़ने के बाद कई लोग सहायता के लिए आगे आएं हैं।
बाक्स- दूसरे खिलाड़ियों से किट लेकर जीत चुकी है पांच पदक
जूडो में 57 किलोग्राम भार वर्ग की स्टेट चैंपियन ज्योति बेहद गरीबी परिवार से है। पूरा परिवार घर के एक ही कमरे में रहता है और उसी में गाय बांधी जा रही है। कमरे में गेट तक नहीं है। घर में शौचालय व स्नान घर भी नहीं है। इस गरीबी के बावजूद खिलाड़ी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत रही है, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। पेट भर खुराक का अभाव व किट भी दूसरे खिलाड़ियों से लेकर मुकाबलों में उतरती है। अब तक पांच पदक ज्योति जीत चुकी है, अब पांच जनवरी से दिल्ली में आयोजित होने जा रही जूडो की स्कूल नेशनल गेम्स में भाग लेंगी। ज्योति बताती है कि बड़ी बहन अनीता भी जूडो की नेशनल खिलाड़ी थी, लेकिन परिवार की माली हालत के कारण घर छोड़ना पड़ा, अब उसका लक्ष्य बड़ी बहन के इस अधूरे सपने को पूरा करना है।