Move to Jagran APP

डिवाइडरों पर लगी लाइटों को जलाने के लिए जेई की जिम्मेदारी तय

शहर में डिवाइडरों पर लगी लाइटें करीब एक सप्ताह से बंद थी। अब नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी की तरफ से लाइटें जलाने को लेकर जेई सोमबीर की ड्यूटी लगा दी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Apr 2021 06:32 AM (IST)Updated: Mon, 05 Apr 2021 06:32 AM (IST)
डिवाइडरों पर लगी लाइटों को जलाने के लिए जेई की जिम्मेदारी तय
डिवाइडरों पर लगी लाइटों को जलाने के लिए जेई की जिम्मेदारी तय

जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में डिवाइडरों पर लगी लाइटें करीब एक सप्ताह से बंद थी। अब नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी की तरफ से लाइटें जलाने को लेकर जेई सोमबीर की ड्यूटी लगा दी है। उनकी देखरेख में नप कर्मचारी ही लाइटें जलाने का काम करेंगे। पहले लाइटें जलाने के लिए तीन कर्मचारी ठेके पर रखे हुए थे। वेतन ना मिलने के कारण कर्मचारियों ने काम छोड़ दिया था। दैनिक जागरण में दो दिन पहले ही इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। शनिवार से रात को डिवाइडरों की लाइटें जलने लगी हैं। हालांकि शहर के मुख्य डिवाइडरों पर लगी करीब 2200 लाइटों में से करीब एक हजार लाइटें खराब पड़ी हैं। नगर परिषद की तरफ से डिवाइडरों की खराब लाइटों को ठीक करने के लिए दस लाख रुपये का एस्टीमेट भी तैयार किया हुआ है। एस्टीमेट की मंजूरी के लिए जिला पालिका आयुक्त के पास फाइल भेज दी गई है। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि डिवाइडरों की लाइट जलाने को लेकर जेई सोमबीर की जिम्मेदारी तय की गई है। खराब लाइटों को ठीक करवाने के लिए दस लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार किया हुआ है।

loksabha election banner

जिला के 128 युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए दिया 82 लाख 55 हजार का ऋण: डीसी सुजान सिंह

जागरण संवाददाता, कैथल: हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा वर्तमान वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान जिला के 128 युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए 82 लाख 55 हजार रुपये का ऋण उपलब्ध करवाया है। इसमें से सात लाख 74 हजार रुपये अनुदान राशि है। गत मार्च माह के दौरान निगम द्वारा 46 युवाओं को 28 लाख 80 हजार रुपये का ऋण उपलब्ध करवाया गया। इसमें दो लाख 19 हजार रुपये अनुदान राशि है। प्रेस विज्ञप्ति में डीसी सुजान सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पशुपालन के लिए 48 लाभार्थियों को प्रथम पशु के लिए 24 लाख, भेड़ पालन के लिए दो लाभार्थियों को एक लाख 40 हजार रुपये, सूअर पालन के लिए चार लाभार्थियों को दो लाख 40 हजार रुपये, ऊंटगाड़ी के लिए एक लाभार्थी को 70 हजार, औद्योगिक क्षेत्र में तीन युवाओं को तीन लाख, अपना व्यापार शुरू करने के लिए 32 युवाओं को 28 लाख 55 हजार रुपये, एमसीएफ स्कीम के तहत 33 लाभार्थियों को 19 लाख 80 हजार रुपये और एमएसवाई स्कीम के तहत पांच लाभार्थियों को तीन लाख रुपये का ऋण उपलब्ध करवाया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.