मंडी में राइस मिलरों के नहीं पहुंचने पर लगाया जाम
पुरानी अनाज मंडी में सरकार की तरफ से धान खरीद को लेकर राइस मिलरों को अलॉट नहीं करने से खफा आढ़तियों व किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। इस दौरान आढ़तियों व किसानों ने मंडी के चारों गेटों को बंद कर जनता मार्केट से रेलवे स्टेशन को जाने वाले मार्ग पर जाम लगा दिया
जागरण संवाददाता, कैथल :
पुरानी अनाज मंडी में सरकार की तरफ से धान खरीद को लेकर राइस मिलरों को अलॉट नहीं करने से खफा आढ़तियों व किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। इस दौरान आढ़तियों व किसानों ने मंडी के चारों गेटों को बंद कर जनता मार्केट से रेलवे स्टेशन को जाने वाले मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर तहसीलदार और हैफेड के इंस्पेक्टर ने मौके पर पहुंचे, उन्होंने यहां पहुंच कर खरीद शुरू करवाई, जिसके बाद किसानों और आढ़तियों ने जाम खोला। इसके बाद लोगों ने भी राहत की सांस ली। आढ़तियों ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से राइस मिलरों के लिए नई योजना बनाई है जिसके तहत धान मिलिग का प्रतिशत घटा दिया है, इसी वजह से सरकार की ओर से धान खरीद के लिए मिलर अलॉट भी नहीं किए गए। जिस कारण मंडी में धान की खरीद नहीं हो पाई। इसके विरोध में बृहस्पतिवार को पुरानी अनाज मंडी में किसानों और आढ़तियों ने प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। यहां पर तहसीलदार नरेंद्र और हैफेड के इंस्पेक्टर सोमनाथ और सिटी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार मौके पर पहुंचे। सभी अधिकारियों ने मौके पर ही मिलरों को खरीद के लिए अलॉट किया, जिसके बाद मंडी में धान की खरीद का कार्य सुचारू रूप से शुरू हो गया।
किसानों व आढ़तियों को आ रही दिक्कत
पुरानी अनाज मंडी के आढ़ती तरसेग गर्ग, श्याम बहादुर खुरानियां, श्रवण, गुलाब सिंह व दीपक ने कहा कि सरकार की ओर से महज पांच मिलर ही खरीद के लिए अलॉट किए थे, जबकि पहले 10 से अधिक मिलर धान की खरीद करते थे। मिलरों के अलॉट नहीं होने से पिछले दो दिनों से धान की खरीद नहीं हो पा रही थी। जिस कारण मजबूरन प्रदर्शन करना पड़ा। वहीं किसान दलशेर, रमेश, सतपाल, प्रेम और विपिन ने कहा कि सरकार की ओर से पीआर धान का समर्थन मूल्य 1835 रुपये निर्धारित किया है, लेकिन सरकारी एजेसियां नमी का बहाना बताकर समर्थन मूल्य से कम दाम किसानों को दे रहे हैं। यह सिलसिला पिछले एक सप्ताह से यूं ही जारी है। किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
शुरू करवाई खरीद : सोमनाथ
हैफेड के इंस्पेक्टर सोमनाथ ने बताया कि जाम की सूचना मिलते ही मौके पर मंडी में पहुंच गए थे। इसके बाद मंडी में खरीद का कार्य शुरू करवाया गया। उन्होंने कहा कि वे किसानों से अपील करते हैं कि वे अपने धान को अच्छे से सुखाकर लाएं। जिससे उन्हें उनका समर्थन मूल्य मिल सकेगा।