धूमधाम से संपन्न हुआ जाहरवीर गोगा पर लगा वार्षिक मेला
जाहरवीर गोगा का कलायत में लगने वाला वार्षिक मेला धूमधाम से संपन्न हुआ। रविवार सुबह ही मेला स्थल पर छोटी-छोटी दुकानें सजना शुरू हो गई थी। दुकानों पर पूरा दिन खरीददारों की भीड़ लगी रही। प्रबंध समिति की ओर से गोगा माड़ी स्थल को विशेष तौर पर सजाया हुआ था।
संवाद सहयोगी, कलायत : जाहरवीर गोगा का कलायत में लगने वाला वार्षिक मेला धूमधाम से संपन्न हुआ। रविवार सुबह ही मेला स्थल पर छोटी-छोटी दुकानें सजना शुरू हो गई थी। दुकानों पर पूरा दिन खरीददारों की भीड़ लगी रही। प्रबंध समिति की ओर से गोगा माड़ी स्थल को विशेष तौर पर सजाया हुआ था। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसका भी विशेष प्रबंध किया हुआ था। इस दिन मजार पर लाई जाने वाली छड़ियों की विशेष तौर से पूजा की जाती है। मेले में लोगों का सुबह से ही आना शुरू हो गया था जो देर शाम तक चलता रहा। हर साल भादो माह की शुक्ल पक्ष सप्तमी को मेला लगता है। जाहरवीर गोगा को जन्म से अजेय माना गया है। उनकी कथा नाथ संप्रदाय के युग में वर्णित है।
उन्होंने सभी धर्मों के सम्मान की रक्षा के लिए फिरोजशाह द्वितीय से भी युद्ध किया। घर से चलकर गोगा ने राजस्थान के जोहर नामक स्थान पर समाधि ले ली थी। तभी से उनकी स्मृति में भादो मास की नवमी को एक विशाल मेला लगता है। जाहरवीर गोगा की सभी धर्मों में पूजा होती है। गुरु गोरखनाथ ने सांपों की सेना अधर्म की समाप्ति के लिए दी थी। इसीलिए उनके पूजा स्थल पर सांपों के चित्र बनाए जाते है।