कोरोना वायरस है, जल्दी भाग जाएगा..
साहित्य सभा की ओर से आरकेएसडी कॉलेज के अध्यापक कक्ष में संगीत-गुरु श्याम सुंदर गौड़ संगीत विशारद के सौजन्य से गीत-संगीत और कविता-पाठ के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, कैथल :
साहित्य सभा की ओर से आरकेएसडी कॉलेज के अध्यापक कक्ष में संगीत-गुरु श्याम सुंदर गौड़ संगीत विशारद के सौजन्य से गीत-संगीत और कविता-पाठ के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ. संजय गोयल ने की। कार्यक्रम में समाजसेवी ओपी अरोड़ा अधिवक्ता ने मुख्यातिथि के रूप में और समाज सेवी रवि भूषण गर्ग ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का संचालन श्याम सुंदर गौड़ और रिसाल जांगड़ा ने किया। भजन-गायक सुनील जैन ने गुरु-भक्ति से ओतप्रोत भजन गाकर सबको मंत्र-मुग्ध कर दिया। गजल-गायक देवदत्त ने अब आए हैं समझाने को, कितने हैं दीवाने लोग गाकर समां बांध दिया। सतपाल शास्त्री ने होंठों से छू लो तुम, मेरा गीत अमर कर दो।गीत की धुन बांसुरी पर बजा कर सबको चकित कर दिया। अनिल चमन ने तुम मुझे यूं जला ना पाओगे भजन सुनाकर खूब वाहवाही बटोरी। मधु गोयल ने अपने गीत इन बेबस लाचारों को तुम, दे दो सहारा। रहे हमेशा हम बच्चों पर, आशीर्वाद तुम्हारा।गाकर सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। बाल कवि युवराज ने सुहाना सफ़र और ये मौसम हसीं गीत गाकर अपनी गायन-शैली का लोहा मनवाया। लोकतंत्र पर बढ़ रहे खतरों पर चिता जताते हुए प्राचार्य शमशेर कैंदल'हमसफीर'ने कहा, जब सियासत में सांठ-गांठ हो, जब सांझे संसाधनों की बंदर-बांट हो, तो समझें, जम्हूरियत ़खतरे में है।स्वामी टीसी अग्रवाल ने कहा, मैं, मेरी, मेरे अपने पर, अपनी शायरी पढ़ते हुए। जी रहे हैं जिदगी, डायरी भरते हुए।Xह्नह्वश्रह्ल; कोरोना वायरस पर चुटकी लेते हुए डॉ. तेजिद्र ने कहा, कोरोना वायरस है, जल्दी भाग जाएगा। चीन का माल है, कितना टिक पायेगा।दिनेश बंसल दानिश के मन की आशंका उनकी गजल के इस शेर में देखिए, शायद बहुत करीब है अब जिदगी की शाम, परछाइयों से अपनी ही डरने लगा हूं मैं। इस मौके पर डॉ. चतरभुज बंसल सौथा, ललित गर्ग, भारत शर्मा, नीरु मेहता, राजकुमारी मदान, रामफल गौड़, प्रो. अमृत लाल मदान, कमलेश शर्मा, डॉ. हरीश झंडई, बलदेव राज मौजूद थे।