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एक्सग्रेसिया पैसों का गबन मामले में क्लर्क पर करें एफआइआर दर्ज

लघु सचिवालय के सभागार में शुक्रवार को कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई। खेल एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बैठक में नहीं पहुंचने पर डीसी धर्मवीर ¨सह ने बैठक ली। 12 शिकायतों में से आठ शिकायतों का मौके पर ही निपटारा हुआ। एक्सग्रेसिया के पैसों का गबन करने के मामले में डीसी ने पशुपालन विभाग के क्लर्क संजय के खिलाफ जांच कर एफआइआर दर्ज करने के निर्देश विभाग के उप निदेशक को दिए हैं। वहीं, शिकायत कर्ता को पूरे पैसे दिलवाने के भी आदेश जारी किए गए हैं। इस मामले में विक्रम चहल ने शिकायत रखी थी। अधिकारियों ने बताया कि क्लर्क संजय कुमार के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करते हुए सस्पेंड की अनुशंसा उच्चाधिकारियों को जल्द भेजी जाएगी। क्लर्क से चार्ज वापस ले लिया है और विभाग के उच्चाधिकारियो को आवश्यक कार्रवाई के लिए लिखा है। संबंधित व्यक्ति को लिव इन कैशमेंट की राशि देने बारे की भी जांच की जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 11:31 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 11:31 PM (IST)
एक्सग्रेसिया पैसों का गबन मामले में  क्लर्क पर करें एफआइआर दर्ज
एक्सग्रेसिया पैसों का गबन मामले में क्लर्क पर करें एफआइआर दर्ज

जागरण संवाददाता, कैथल :

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लघु सचिवालय के सभागार में शुक्रवार को कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई। खेल एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बैठक में नहीं पहुंचने पर डीसी धर्मवीर ¨सह ने बैठक ली। 12 शिकायतों में से आठ शिकायतों का मौके पर ही निपटारा हुआ। एक्सग्रेसिया के पैसों का गबन करने के मामले में डीसी ने पशुपालन विभाग के क्लर्क संजय के खिलाफ जांच कर एफआइआर दर्ज करने के निर्देश विभाग के उप निदेशक को दिए हैं। वहीं, शिकायत कर्ता को पूरे पैसे दिलवाने के भी आदेश जारी किए गए हैं। इस मामले में विक्रम चहल ने शिकायत रखी थी।

अधिकारियों ने बताया कि क्लर्क संजय कुमार के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करते हुए सस्पेंड की अनुशंसा उच्चाधिकारियों को जल्द भेजी जाएगी। क्लर्क से चार्ज वापस ले लिया है और विभाग के उच्चाधिकारियो को आवश्यक कार्रवाई के लिए लिखा है। संबंधित व्यक्ति को लिव इन कैशमेंट की राशि देने बारे की भी जांच की जा रही है।

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चार माह बाद दर्ज हुआ केस

बोपुर गांव निवासी सुख¨वद्र ने खेतों में खड़े पेड़ व फसल जलाने की शिकायत पुलिस को दी, लेकिन इसमें काफी देरी की गई। चार माह बाद तो मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारियों ने अपना पक्ष रखा कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। एक आरोपित गिरफ्तार हो चुका है। अब मामला कोर्ट में है, लेकिन शिकायत कर्ता ने कहा कि वे इस कार्रवाई से खुश नहीं है। उनकी मांग है कि मामला देरी से दर्ज करने पर आरोपित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस पर डीसी ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई को लेकर एसपी को लिखा जाएगा।

इसी प्रकार गांव पोबाला निवासी गुरुचरण ने शिकायत दी कि गुमथला गढु से जडौला की तरफ पानी की दो किलोमीटर लंबी पाइप लाईन बिछाने का कार्य शुरू नहीं हुआ। विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि निशानदेही की जा चुकी है तथा वन विभाग को पेड़ काटने के लिए लिखा जा चुका है। अप्रैल 2019 के बाद सरकार की नीति के तहत कार्य शुरू किया जाएगा। इस मामले का सहमती होने पर निपटान कर दिया गया है।

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जुर्माना भरने के बाद भी

किया जा रहा परेशान

भैणी माजरा गांव निवासी रमेश कुमार ने बताया कि उसने बिजली चोरी के मामले में जुर्माना की 16 हजार 780 रुपये की राशि जमा करवा दी थी, लेकिन इसके बाद भी पुलिस विभाग उसे नोटिस भेजकर परेशान कर रहा है। निगम के अधिकारियों ने बताया कि घर में बिजली चोरी की शिकायत पर विभाग ने 31 अक्तूबर 2015 को छापा मारा गया, जिस पर 15 हजार 815 रुपये जुर्माना किया गया। फिर यहां दूसरी टीम ने पहुंचकर 20 नवंबर 2015 को दोबारा से छापा मारते हुए 18 हजार 780 रूपये जुर्माना कर दिया।

शिकायत कर्ता ने कहा कि उसके यहां एक बार ही जुर्माना लगा है, जबकि अधिकारियों ने कहा कि जुर्माना दो बार लगा है, लेकिन दूसरी बार जब जुर्माना किया गया तो पिता व कालोनी का नाम गलत लिखा होने के कारण ऐसा हुआ है। शिकायत कर्ता ने भी नहीं बताया कि जुर्माना दो बार लगा है। डीसी ने इसे आगामी बैठक तक निपटाने का समय दिया है।

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कार्यकारी अभियंता, एसडीओ

और जेई कर रहे गुमराह

वार्ड नंबर 29 के पार्षद वीरेंद्र सैनी उर्फ बिल्लू ने कहा कि बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाए गए नाले का निर्माण अधूरा है। एक व्यक्ति की वजह से अधिकारी इस नाले को नहीं बना रहे हैं। एक साइड से तो इसे बना दिया गया है, लेकिन दूसरी साइड से इस अधूरा छोड़ा गया है। इस कारण लोगों को काफी परेशानी आ रही है। कार्यकारी अभियंता, एसडीओ व जेई उसे गुमराह कर रहे हैं। फोन तक नहीं उठाते। डीसी ने इस शिकायत पर अधिकारियों को फटकार लगाई। डीसी ने कहा कि जब स्टे नहीं है और न ही कोर्ट में मामला है तो निर्माण क्यों हो रहा है। लोक अदालत में ठीक पैरवी करके इसका निर्माण हो। इसे आगामी बैठक के लिए लंबित रखा गया है।

ये रहे मौजूद

एसडीएम कमलप्रीत कौर, जगदीप ¨सह, संजय कुमार, नगराधीश विजेंद्र हुड्डा, डीएसपी जो¨गद्र श्योराण, एसएमओ नीलम कक्कड़, आरडी चावला मौजूद थे।


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