घग्घर नदी के नजदीक बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
गांव मस्तगढ़-थेह बुटाना में बरसाती पानी की निकासी हेतु बनाए जा रहे साइफन के कार्य को भी देखा और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : एसडीएम नवीन कुमार ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए सिचाई विभाग द्वारा तैयारियां की जा रही हैं, ताकि प्रभावित क्षेत्रों पर कोई असर न पड़े। उन्होंने गांव सरोला में घग्घर साइफन पर चल रहे कार्यो की समीक्षा की। साथ ही गांव मस्तगढ़-थेह बुटाना में बरसाती पानी की निकासी हेतु बनाए जा रहे साइफन के कार्य को भी देखा और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
एसडीएम ने बुधवार को सिचाई विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बाढ़ संभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने पहले सिचाई विभाग डिवीजन नंबर-तीन सरस्वती हैरिटेज द्वारा गांव सरोला में घग्घर साइफन से मिट्टी निकालकर चल रहे सफाई के कार्य का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य को समय से पूरा करवाएं। जिससे बरसात के समय में फसलों व अन्य नुकसान न हो। उन्होंने बताया कि मलिकपुर में पटियाला नदी से मिट्टी निकालने का कार्य पूरा कर लिया गया है।
पाइपलाइन से कई गांवों को मिलेगा फायदा
एसडीएम ने गांव मंझेडी में चल रहे लगभग 11 लाख रुपये की लागत से पाइपलाइन के कार्य का निरीक्षण किया। इस कार्य के पूरा होने के बाद कई गांवों को लाभ होगा। बाढ़ से इस क्षेत्र में फसल खराब हो जाती थी, जिससे किसानों को काफी नुकसान होता था। अब पाइपों के जरिए पानी की निकासी घग्गर व मारकंडा रिवर में हो जाने से संभावित नुकसान से बचाव हो सकेगा। गांव मस्तगढ़-थेह बुटाना में बरसाती पानी की निकासी के लिए 24 लाख रुपये की लागत से बनाए जा रहे भूना माइनर के नीचे साइफन के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। इसके बन जाने से मस्तगढ़, थेहबुटाना व तारांवाली के किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि सभी कार्य समय से पूरे होने चाहिए, ताकि क्षेत्र के लोगों को किसी भी प्रकार की हानि न हो। इस अवसर पर डीएसपी किशोरी लाल, तहसीलदार प्रदीप कुमार, नायब तहसीलदार वीरेन्द्र कुमार, सिचाई विभाग के एसडीओ दीपक मेहरा, लोक निर्माण विभाग के एसडीओ आशीष चौहान, जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ श्याम लाल, जेई बलवीर सिंह, खुशी राम मौजूद थे।