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ऋग्वेद में छंद विमर्श विषय पर व्याख्यान

महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय मूंदड़ी में शास्त्र व्याख्यान माला के तहत ऋग्वेद में छंद विमर्श विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। पंडित शिवनारायण शास्त्री ने विद्यार्थियों को संबोधित किया

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 09:55 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:29 AM (IST)
ऋग्वेद में छंद विमर्श विषय पर व्याख्यान
ऋग्वेद में छंद विमर्श विषय पर व्याख्यान

जागरण संवाददाता, कैथल : महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय, मूंदड़ी, में शास्त्र व्याख्यान माला के तहत ऋग्वेद में छंद विमर्श विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। पंडित शिवनारायण शास्त्री ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। विविध प्रादेशिक और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिवनारायण शास्त्री ने वैदिक छंद परंपरा का विवेचन किया। उन्होंने छंदों में संधि के औचित्य व वैदिक मंत्रों की उच्चारण प्रक्रिया की विवेचना की। ब्रह्मी का देवनागरी से अंत: संबंध स्थापित करते हुए उसके विकास क्रम की चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ. श्रेयांश द्विवेदी ने की। इस अवसर पर कुसुमेश्वर महादेव मंदिर के संचालक सुरेंद्र गिरी महाराज कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मदन मोहन तिवारी एवं आचार्य प्रो. राजेश्वर प्रसाद मिश्र ने किया।

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