स्मॉग से बढ़ रही आखों व सांस की बीमारियां
पिछले तीन दिनों से आसमान में लगातार छाए स्मॉग से जिले के लोग परेशान हैं। इससे आंखों में जलन व सांस लेने में दिक्कत पैदा हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार वाहन व पराली का धुआं वातावरण में मिलने के कारण समस्या ज्यादा बढ़ रही है। हालांकि सुबह से लेकर दोपहर तक आसमान थोड़ा साफ रहता है, लेकिन शाम होते ही आसमान स्मॉग की चादर से ढक जाता है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
पिछले तीन दिनों से आसमान में लगातार छाए स्मॉग से जिले के लोग परेशान हैं। इससे आंखों में जलन व सांस लेने में दिक्कत पैदा हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार वाहन व पराली का धुआं वातावरण में मिलने के कारण समस्या ज्यादा बढ़ रही है। हालांकि सुबह से लेकर दोपहर तक आसमान थोड़ा साफ रहता है, लेकिन शाम होते ही आसमान स्मॉग की चादर से ढक जाता है।
मंगलवार को भी इसका पूरा असर वातावरण में दिखाई दिया। शाम को बाहर निकलने के बजाय लोगों ने घरों में रहना ही मुनासिब समझा। जिले का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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बढ़ रही बीमारियां :
स्मॉग के कारण आंखों में तो जलन हो ही रही है। इसके साथ-साथ एलर्जी, अस्थमा व सांस के मरीजों को भी परेशानी हो रही है। खांसी, नजला व जुकाम की भी तेजी से बढ़ रहा है। हवा का दबाव कम होने के कारण प्रदूषण का स्तर तेजी से नीचे आ गया है, जिसके कारण लोगों की आंखों में जलन व खुजली की परेशानी हो रही है।
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ऐसे करें बचाव :
शाह अस्पताल के चिकित्सक राजेश शर्मा ने बताया कि स्मॉग की स्थिति में सौंदर्य प्रसाधन के प्रयोग से बचें। घर से बाहर कम निकले। मुंह पर मास्क या कोई सूती कपड़ा लपेटकर ही निकले। बाहर से आने के बाद मुंह-हाथ गर्म पानी से धोएं व तली-भुनी चीजें खाने से बचें। मास्क लगाकर रखें।