दहेजलोभियों से तंग आकर विवाहिता ने फांसी का फंदा लगाकर की आत्महत्या
गांव रेवाड़ जगीर में एक 36 वर्षीय विवाहिता ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के भाई की शिकायत पर पति देवर और सास के खिलाफ दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, कैथल : गांव रेवाड़ जगीर में एक 36 वर्षीय विवाहिता ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के भाई की शिकायत पर पति, देवर और सास के खिलाफ दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बुधवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर स्वजनों को सौंप दिया।
पुलिस को दी शिकायत में लंड़ाहेड़ी गांव के सतनाम सिंह ने बताया कि उसकी बड़ी बहन रिपी का विवाह रेवाड़ जगीर गांव निवासी सुखप्रीत के साथ वर्ष 2008 हुआ था। विवाह के समय अपनी हैसियत से भी बढ़कर दहेज दिया, लेकिन ससुराल वाले इससे खुश नहीं थे।
शादी के कुछ दिन बाद ही उसकी बहन को परेशान करने लगे। आरोप है कि मायके से 15 लाख रुपये लाने के लिए उसकी बहन पर दबाव बनाया जाता था। उसके जीजा की आढ़त की दुकान है। फिर भी उसकी बहन को प्रताड़ित करते थे, मारपीट भी की जाती थी। इस कारण उसकी बहन कई बार मायके भी लौट आई, लेकिन पंचायतों में समझौता होने के बावजूद ससुराल भेज दिया गया। इसके बाद भी आरोपित अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।
विवाहिता के पिता आसाराम ने बताया कि आरोपितों की हरकतों से तंग आकर उसकी बेटी ने यह कदम उठाया है। जब वह मौके पर पहुंचे तो उसकी बेटी का शव घर पर पड़ा हुआ था और गले पर निशान थे। एक साजिश के तहत उसकी बेटी को मारा गया है। मृतका अपने पीछे दो बेटे छोड़ गई।
वर्जन : आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही जांच
चीका थाना से मामले के जांच अधिकारी एसआइ शमशेर सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में पति सुखप्रीत, देवर हरप्रीत और सास कुलवंत कौर के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है। आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस जांच की रही है।