फल्गु मेले में अव्यवस्था से श्रद्धालुओं को दिक्कत
फल्गु मेला में ¨पडदान के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो पाई है। लाइटों की भी कमी के कारण अंधेरा छाया रहता है। हालांकि मेला प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की समस्या नही होने का दावा किया जा रहा है। शुक्रवार को मेले में 75 हजार श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाते हुए ¨पडदान करवाया। मेले का समापन आठ अक्टूबर को होगा। इसके बाद वर्ष 2028 में यह मेला आएगा।
संवाद सहयोगी, पूंडरी:
फल्गु मेला में ¨पडदान के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो पाई है। लाइटों की भी कमी के कारण अंधेरा छाया रहता है। हालांकि मेला प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की समस्या नही होने का दावा किया जा रहा है। शुक्रवार को मेले में 75 हजार श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाते हुए ¨पडदान करवाया। मेले का समापन आठ अक्टूबर को होगा। इसके बाद वर्ष 2028 में यह मेला आएगा। दस साल बाद दोबारा मेला आने को लेकर इस बार मेले में काफी भीड़ श्रद्धालुओं की पहुंच रही है।
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आकर्षण का केंद्र बना मनोरंजन खंड-
मेला क्षेत्र में ढांड-पूंडरी रोड पर स्थापित किया गया मनोरंजन खंड लोगों के आकर्षण केंद्र बना हुआ है। यहां पर श्रद्धालुओं के लिए गगन चुंबी झूलों के साथ मनोरंजन के अनेक साधन उपलब्ध हैं।
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मेला क्षेत्र में लगाई गई उचित दाम की दुकानें-
मेला प्रशासक एवं कलायत के एसडीएम जगदीप ¨सह ने बताया कि मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में उचित दाम की दुकानें स्थापित की गई हैं। नागरिक खाद्य आपूíत एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा मेला क्षेत्र में चीनी, चावल, दालें, दूध आदि की उचित दाम की दुकान के अतिरिक्त माíकट कमेटियों द्वारा मेला क्षेत्र में सब्जी व फलों की दुकानें भी खुलवाई गई हैं। मेला क्षेत्र में साफ-सफाई के लिए 70 सफाई कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
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फायर बिग्रेड नियंत्रण कक्ष स्थापित-
तीर्थ स्थल पर फायर बिग्रेड नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थलों पर पांच अग्निशमन वाहन तैनात किए गए हैं। मेला क्षेत्र में लगभग 40 हजार एलइडी बल्ब लगाए गए हैं, ताकि रात्रि के समय पूरा मेला क्षेत्र दूधिया रोशनी में जगमग रहे और बिजली की बचत भी हो सके। पवित्र तालाब पर गोताखोरों से लैस मोटर चालित वोट तैनात की गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पुलिस के लगभग 1500 जवान तैनात किए गए हैं, जो दो शिफ्टों में ड्यूटी दे रहे हैं। परिवहन विभाग की तरफ श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त संख्या में बस सेवाएं शुरू की गई हैं। -----------------