कवियों ने स्वचरित रचानओं से सम्मेलन में भरे रंग
फोटो नं. 31 डीडीवाइ स्कूल में हुआ कवि सम्मेलन
संवाद सहयोगी, कलायत : डीडीवाइ स्कूल में शनिवार को कपिल मुनि कला मंच हरियाणा की तरफ से राज्य स्तरीय कवि सम्मेलन हुआ। इसमें हरियाणा प्रांत के विभिन्न जिलों के साथ-साथ देश की राजधानी दिल्ली सहित 32 नवोदित कवि-कवित्रियों ने स्वयं रचित रचनाओं से रंग भरे। सम्मेलन के सुबह सत्र की शुरूआत बतौर मुख्यातिथि कलायत अनाज मंडी प्रधान जयदीप राणा ने की। संध्या काल में मुख्य मेहमान के रूप में महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा. श्रेयांश द्विवेदी पहुंचे। मेहमानों ने पर्यावरण संरक्षण अभियान का हिस्सा बनते हुए भारतीय संस्कृति के तहत मंच के पहले सम्मेलन का आगाज किया। समारोह में पहुंचने पर मंच अध्यक्ष आरएस धानियां के साथ संरक्षक कुलदीप मित्तल, उप प्रधान सुभाष शास्त्री, महासचिव सुरेश राणा, कोषाध्यक्ष जितेंद्र राठौड़, प्रेस-प्रवक्ता प्रशांत गौतम, सह सचिव मनोज पंवार, सलाहकार भारत कपूर, रवि प्रकाश गुप्ता, नंबरदार संजय सिगला, सदस्य अरुण राणा, नरेश जांगड़ा, शलिद्र सहारण, राजेश सहारण, अजय टीसी व दूसरे गणमान्य लोगों ने गर्मजोशी से अभिनंदन किया। डॉ.श्रेयांश व जयदीप राणा ने कहा कि कलाएं भारतीय सभ्यता का अभिन्न अंग हैं। मानवीय जीवन में उमंग भरने का ये सशक्त जरिया हैं। इसके साथ ही सामाजिक जन चेतना में कवि-कवियत्रियों की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है। इसलिए कलाओं को बढ़ावा देना वक्त का सबसे बड़ा तकाजा है। जिस प्रकार कपिल मुनि कला मंच ने राज्य में नवोदित कवि-कवियत्रियों को बढ़ावा देने की पहल की है वह कला जगत में नई रिवायत का अनोखा उदाहरण है। मंच संचालक कुशल ढंग से जितेंद्र राठौड़ ने किया। कार्यक्रम में हिसार से आए कवि कमलेश्वर शौन्य की पुस्तक शीर्षक बस इतना की आजाद हूं मैं का विमोचन वाइस चांसलर डा.श्रेयांश ने कला मंच से