महामारी के निवारण के लिए संस्कृत विवि ने किया राजौंद में हवन
महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से कोरोना महामारी निवारण के लिए राजौंद के वाल्मीकि आश्रम में हवन किया। इस मौके पर कुलपति श्रेयांश द्विवेदी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक कमल विशेष रुप से मौजूद रहे।
जागरण संवाददाता, कैथल : महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से कोरोना महामारी निवारण के लिए राजौंद के वाल्मीकि आश्रम में हवन किया। इस मौके पर कुलपति श्रेयांश द्विवेदी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक कमल विशेष रुप से मौजूद रहे।
कुलपति ने मंदिर में निर्माण के लिए शिलान्यास किया और संस्कृत को सर्व स्पर्शी कहते हुए कहा कि संस्कृत सभी को पढ़नी चाहिए। महर्षि वाल्मीकि ऐसे कवि रहे हैं, जिन्होंने सर्वप्रथम श्लोक की रचना की और समाज को रामायण जैसे दिव्य ग्रंथ को समर्पित किया। इस कार्यक्रम में राजौंद के पार्षद सुशील ने विवि का धन्यवाद किया व हवन में आहुति प्रदान की।
इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड कार्यवाह महावीर, बौद्धिक प्रमुख राम भाई, कुलदीप, सुमित, डा. साहिल वाल्मीकि सहित अन्य मौजूद रहे।