हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षाओं को नकल रहित व शांतिपूर्वक सम्पन्न करवाएं : मनोहर लाल
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी उपायुक्तों को निर्देश देते हुए कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित करवाई जा रही विभिन्न स्तरों की हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षाओं को नकल रहित एवं शांतिपूर्वक सम्पन्न करवाना सुनिश्चित करें।
जागरण संवाददाता, कैथल : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी उपायुक्तों को निर्देश देते हुए कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित करवाई जा रही विभिन्न स्तरों की हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षाओं को नकल रहित एवं शांतिपूर्वक सम्पन्न करवाना सुनिश्चित करें। सरकार द्वारा परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए गृह जिलों में ही परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। मनोहर लाल ने वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से सभी उपायुक्तों के साथ हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा, फसल अवशेष प्रबंधन, रबी फसलों की बिजाई, नशा पर नियंत्रण, सड़क सुरक्षा, बीपीएल तथा स्वच्छता अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए इस वर्ष सभी 22 जिला मुख्यालयों एवं 2 उपमंडलों बहादुरगढ तथा महेंद्रगढ में हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। सीएम ने कहा कि लोगों की भावनाओं से जुड़ी वस्तुओं का ध्यान रखें। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं के मंगलसूत्र, टीका तथा सिख परीक्षार्थियों के कड़ा व किरपाण को छूट दी गई है। प्रदेश में 367 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। पुलिस द्वारा खजाना कार्यालयों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाएं तथा यातायात प्रबंधन हेतू भी सभी प्रबंध किए जाएं। परीक्षा केंद्रों की 200 मीटर की परीधि में धारा 144 लागू की जाए तथा परीक्षा केंद्रों के समीप स्थित फोटो स्टेट की दुकानें भी बंद करवाई जाएं। सभी परीक्षार्थियों की गहन जांच की जाए तथा बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज की जाए। परीक्षा केंद्रों पर तैनात स्टाफ के सभी सदस्यों के पहचान पत्र जारी किए जाएं तथा परीक्षा केंद्रों पर बिजली, पानी आदि मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं तथा बिजली हेतू वैकल्पिक प्रबंध भी किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्त प्रदूषण को कम करने तथा धान फसल के अवशेष जलाने पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाएं। कस्टम हायरिग सेंटरों को एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से धान की फसल के अवशेषों के प्रबंधन के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाए तथा नॉन बासमती धान की पराली न जलाने वाले किसानों को 100 रुपये प्रति क्विटल प्रोत्साहन राशि भी दी जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को 15 नवंबर तक गेहूं की बिजाई पूर्ण करने की सलाह दी गई है। प्रदेश सरकार ने बिजाई के सीजन के दौरान रासायनिक खादों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश से नशा की बुराई को समाप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें जन-जन का सहयोग लिया जा रहा है। जिला स्तर पर टास्क फोर्स गठित की गई है। डीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा हेतू सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। कहा कि धान के अवशेष जलाने से संबंधित हरसैक की 1200 घटनाओं में से 600 घटनाएं सही पाई गई हैं। जिला में 217 किसानों से 6 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है तथा धान की पराली जलाने वाले किसानों के विरुद्घ एफआइआर भी दर्ज की गई है। जिला में जिला प्रशासन द्वारा 277 मोबाईल टीमें गठित की गई हैं, जो 24 घंटे निगरानी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जिला में 25 हजार एकड़ भूमि में अभी भी पराली खड़ी है तथा 20 हजार एकड़ में धान की फसल खड़ी है।