जागरण संवाददाता, कैथल : दो साल पहले कोरोना के कारण देश में बेरोजगारी की बड़ी समस्या हो गई थी। उसके बाद से ही युवाओं को एक ही उपाय दिखाई दे रहा है वो है विदेश जाने का। शहर में करीब 100 कोचिंग सेंटर खुले हुए हैं जो विदेश जाने के लिए तैयारी करवाते हैं। इन सभी जगहों पर युवाओं की भीड़ लगी रहती है। कुछ युवक अपने प्रयास में सफल हो जाते हैं तो कुछ धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। पिछले करीब एक साल में कैथल में करीब 25 केस विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी के दर्ज किए गए हैं।
फर्जी एजेंटों के चक्कर में पड़ लाखों रुपये गवां रहे युवक
युवक फर्जी एजेंटों के चक्कर में पड़ कर लाखों रुपये गवां रहे हैं। यहां तक कि शारीरिक रूप से भी परेशान हो रहे हैं। विदेश भेजने के नाम पर युवाओं को बंधक बनाने के मामले भी सामने आ चुके हैं। एक साल में युवाओं के साथ करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हो चुकी है।
युवा पैसे के लिए या तो अपनी जमीन बेच देते हैं या किसी से ब्याज पर ऋण उठा लेते हैं। धोखाधड़ी का शिकार हुए युवा विदेश भी नहीं जा पाते और पैसे भी गंवा देते हैं। हालांकि कैथल पुलिस की तरफ से शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की जाती है। यहां तक कि पुलिस ने बाकल निवासी एक युवक को कोलकाता से आरोपितों के चंगुल से आजाद करवाया था। युवाओं पर विदेश जाने का क्रेज बहुत भारी पड़ रहा है।
केस एक
डेरा भाग सिंह कालोनी चीका निवासी हरविंद्र सिंह ने गृहमंत्री अनिल विज को शिकायत दी थी। शिकायत के बाद 19 सितंबर को चीका थाना में अमेरिका भेजने के नाम पर 40 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया गया था। शिकायत के आधार पर उसके बेटे को विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में छह लोगों पर केस दर्ज किया गया था।
केस दो
कैथल निवासी संदीप नैन की शिकायत पर सिविल लाइन थाना में केस दर्ज है। एक आरोपित ने युवक को वर्क वीजा पर कनाडा भेजकर नौकरी दिलवाने का झांसा दिया। कनाडा भेजने के नाम पर 40 लाख रुपये मांगे थे। परिवार ने 39.74 लाख रुपए दे दिए। आरोपियों ने उसे वैध वर्क वीजा पर नहीं भेजा। कनाडा पहुंचने पर उसे धमकाना शुरू कर दिया। वह किसी तरह वापस भारत आया।
केस तीन
सितंबर में सिविल लाइन थाना में एक युवती को कनाडा भेजने के नाम पर 14 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। फ्रेंड्स कालोनी निवासी मीना रानी की शिकायत के अनुसार आरोपित ढांड निवासी महावीर कश्यप और उसकी पत्नी मनीषा ने उसके साथ धोखाधड़ी की। आरोपितों ने दिल्ली द्वारका वन पालम साइम ढाबडी रोड पर कार्यालय बनाया हुआ था।

इन बातों का रखें ध्यान
- फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर एजेंटों से संपर्क ना करें।
- एजेंट के कार्यालय में जाकर उसके विदेश भेजने से संबंधित प्रमाण पत्रों को चेक करना चाहिए।
- एजेंट किस आधार पर और कैसे विदेश भेजेगा इसकी पूरी जानकारी लेनी चाहिए।
- फोन पर ही एजेंट से बात पक्की करके पैसे नहीं देने चाहिए।
- एजेंट की तरफ से दिए गए दस्तावेज चेक करने के बाद ही पैसे देने चाहिए।
- अधिकृत एजेंसियों से ही संपर्क करें।
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पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद ने बताया कि विदेश जाने के लिए हरियाणा में केवल अधिकृत एजेंसियों से ही संपर्क करना चाहिए। अनाधिकृत एजेंसियों के माध्यम से विदेश न जाएं। यदि कोई अन्य एजेंसी या व्यक्ति किसी नागरिक को विदेश भेजने का लालच देता है तो वह पूरी तरह से गैर-कानूनी और अवैध है। पुलिस की तरफ से धोखाधड़ी करने वाले ठगों से सख्ती से निपटाया जा रहा है।