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एक महीने से बंद हैं जिम, संचालकों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन

कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कारण करीब एक महीने से जिले भर की सभी जिम बंद हैं। जिले में करीब 60 जिम चल रही हैं। सोमवार को शहर के जिम संचालक एकत्रित होकर डीसी से मिले।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jun 2021 06:28 AM (IST)Updated: Tue, 08 Jun 2021 06:28 AM (IST)
एक महीने से बंद हैं जिम, संचालकों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन
एक महीने से बंद हैं जिम, संचालकों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कारण करीब एक महीने से जिले भर की सभी जिम बंद हैं। जिले में करीब 60 जिम चल रही हैं। सोमवार को शहर के जिम संचालक एकत्रित होकर डीसी से मिले। संचालकों ने विधायक लीला राम और डीसी प्रदीप दहिया को जिम खोलने को लेकर ज्ञापन सौंपा है।

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संचालक विकास कुमार, रिकू सैनी, विनोद, पवन कुमार, अनिल, सुमित, सुनील ने बताया कि ज्यादातर जिम किराये के भवनों में चल रही है। एक जिम का किराया करीब 30 से 40 हजार रुपये का है। एक महीने से जिम बंद हैं और किराया देना पड़ रहा है। इसके अलावा जिमों में ट्रेनर भी लगाए हुए हैं और उनका वेतन भी देना पड़ रहा है। सभी जिम संचालक आर्थिक रूप से परेशान हो चुके हैं। सरकार और प्रशासन ने नए नियमों के साथ सब कुछ खोलने के निर्देश दिए हैं। अभी तक भी जिम और हेल्थ सेंटर नहीं खोले गए हैं।

उनकी मांग है कि प्रशासन जिम और हेल्थ सेंटर खोलने की अनुमति दे। प्रशासन जो भी नियम तय करेगा उसका पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा। जिम शुरू होने से युवाओं का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। सुबह और शाम के समय ही ज्यादातर जिम खुलती हैं। ऐसे में उनकी जिम खोलने के नियम तय किए जाएं और जल्द से जल्द जिम खोलने की अनुमति दी जाए।

टोहाना में गिरफ्तार किसानों को जल्द रिहा करे सरकार : हाबड़ी

संस, पूंडरी : भारतीय किसान यूनियन की बैठक किसान भवन में हुई। अध्यक्षता प्रधान पालाराम संगरौली ने की। मुख्य रूप से राष्ट्रीय सलाहकार अजीत सिंह हाबड़ी और कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जगदीश पाई ने भाग लिया। बैठक में टोहाना में गिरफ्तार किए गए किसानों को लेकर विचार-विमर्श किया गया। उनकी रिहाई की मांग को लेकर सरकार के नाम थाना प्रभारी निर्मल सिंह को ज्ञापन सौंपा गया। किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर हैं। प्रधानमंत्री किसानों की आय तो दोगुनी करने की बात कर रहे हैं, लेकिन किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। सरकार खेती और किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है। इस मौके पर मांगे राम, जीता राम, नसीब सिंह, दिलबाग, भगत सिंह, सुखवंत सिंह, नाहर सिंह, रणधीर पाई, भाना राम, रामनिवास मौजूद थे।


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