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सरकार डब्ल्यूटीओ के दबाव में निजीकरण को बढ़ावा दे रही

दिल्ली आंदोलन में पहुंचे पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने कहा कि सरकार डब्ल्यूटीओ के दबाव में लगातार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jan 2021 06:24 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jan 2021 06:24 AM (IST)
सरकार डब्ल्यूटीओ के  दबाव में  निजीकरण को बढ़ावा दे रही
सरकार डब्ल्यूटीओ के दबाव में निजीकरण को बढ़ावा दे रही

जागरण संवाददाता, कैथल : दिल्ली आंदोलन में पहुंचे पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने कहा कि सरकार डब्ल्यूटीओ के दबाव में लगातार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है। निजीकरण की नीति के तहत ही सरकार सभी सरकारी संस्थाओं को निजी हाथों में सौंप रही है। इससे सरकार का कोई भी विभाग अछूता नहीं है।

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इसी नीति के तहत किसानों के लिए तीन कृषि कानून कृषि क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी चल रही है। इसके खिलाफ 60 दिनों से लगातार किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। धारीवाल ने कहा कि निजीकरण पूंजीवादी व्यवस्था को बढ़ावा देता है। इसमें गरीब, किसान, मजदूर, कर्मचारी और मध्यमवर्ग को सबसे ज्यादा नुकसान होगा।

किसान आंदोलन के तहत किसान संगठनों द्वारा घोषित गणतंत्र दिवस पर किसान परेड में लाखों ट्रैक्टर, गाड़ी शांतिपूर्ण तरीके से हिस्सा लेंगे और यह किसान परेड ऐतिहासिक होगी।

लोगों की हर समस्या का समाधान करवाएं जनप्रतिनिधि

जासं, कैथल : समाजसेवी रामप्रताप गुप्ता ने कहा कि हर वार्ड में समान रूप से विकास होना चाहिए। शहर में कुछ वार्ड ऐसे हैं, जहां आज भी विकास कार्य करवाने की जरूरत है। गुप्ता वार्ड 12 की जनकपुरी कालोनी में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। उन्होंने कहा कि वार्डों में कच्ची गलियां, पानी निकासी और पीने के पानी की मुख्य समस्याएं रहती हैं। इसके अलावा सफाई को लेकर भी समस्या गंभीर होती है। जनता जिन लोगों को चुन कर नगर परिषद में भेजती है, उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वे लोगों की समस्याओं को दूर करवाएं। नप चेयरमैन चुनाव को लेकर उन्होंने जनसंपर्क अभियान चलाया हुआ है। इस मौके पर रामकुमार, ओमप्रकाश, सुरेश, सुभाष जांगड़ा, आजाद सिंह, संजीव, गौरव मौजूद थे।


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