खेल पिटारा से अब होगा प्रारंभिक भाषा शिक्षण रुचिकर : डॉ. विनोद
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय क्योड़क में डॉ. विजय कुमार चावला ने कुरुक्षेत्र के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी डॉ. विनोद सिगला को कुरुक्षेत्र के उनके कार्यालय में मिलकर खेल पिटारा ई-बुक में शामिल 15 खेलों की विस्तृत जानकारी दी।
जागरण संवाददाता, कैथल : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय क्योड़क में डॉ. विजय कुमार चावला ने कुरुक्षेत्र के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी डॉ. विनोद सिगला को कुरुक्षेत्र के उनके कार्यालय में मिलकर खेल पिटारा ई-बुक में शामिल 15 खेलों की विस्तृत जानकारी दी। इनमें बिगो खेल, लुडो खेल, सांप सीढ़ी का खेल, हिदी ताश के 52 पत्तों का खेल, ट्रैक बनाओ, पासे का खेल, चित्रों वाले पासे का खेल, टिक टैक टो का खेल, शब्द पहिए का खेल, स्लाइड और सीढ़ी, मुझे अपने परिवार से मिलाओ आदि खेल शामिल हैं।
चावला ने उन्हें बताया कि उन्होंने उपयुक्त खेलों का सफल प्रयोगकर अपने विद्यालय में किया। बच्चों की उपलब्धि स्तर में वृद्धि को देखते हुए उन्होंने खेल पिटारा नामक सचित्र ई-बुक तैयार करने का निर्णय लिया ताकि सभी इन खेलों का लाभ ले सकें। उनका मानना है इन खेलों के प्रयोग से बच्चों का मौखिक भाषा का विकास, डिकोडिग कौशल का विकास, पठन व लेखन कौशल का विकास आसानी से हो जाएगा व बच्चे हिदी भाषा में सक्षम हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बच्चों को यदि खेल-खेल के माध्यम से हिदी भाषा का अध्ययन कराया जाता है तो बच्चे विषय में अत्यंत रुचि लेते हुए उसका अध्ययन करते हैं और इसके चिरस्थायी परिणाम देखने को मिलते हैं।
डॉ सिगला ने कहा कि खेल पिटारा अपने आप मे एक नया प्रयोग है, जिसके माध्यम से बच्चों को खेलों द्वारा भाषा ज्ञान दिया जा सकता है। सच मे आज के परिदृश्य में यह बहुत महत्वपूर्ण विषय है। बहुत ही शानदार खेल नवाचार के साथ यह ई-बुक निशुल्क डिजिटल रूप में सभी के लिए बेहद उपयोगी है। विशेषकर प्रारंभिक स्तर के बच्चों के लिए तो यह मील का पत्थर साबित होगी।