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बीपीएल योजना में बड़े स्तर पर धांधली का पर्दाफाश

संवाद सहयोगी, कलायत: केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा गरीबों केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा गरीबों के उत्थान के लिए शुरू की गई बीपीएल योजना सर्वेक्षण कार्य में बड़े पैमाने पर धांधली का पर्दाफाश हुआ है। जरूरतमंदों के हितों पर डाका मारकर बेशकीमती कृषि भूमि, गैर कृषि भूमि, भारी भरकम बैंक से¨वग, वाहन और दूसरे ठाठ-बाट का शाही जीवन जीने वाले गुपचुप ढंग से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का धड़ल्ले से फायदा उठा रहे है। जबकि जो वास्तविक पात्र हैं वे गरीबी रेखा सूची में शामिल होने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। सरकार की आंखों में धूल झोंककर अपात्रों को लाभ पहुंचाने का यह मामला कलायत में उजागर हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Jun 2018 10:38 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jun 2018 10:38 PM (IST)
बीपीएल योजना में बड़े स्तर पर धांधली का पर्दाफाश
बीपीएल योजना में बड़े स्तर पर धांधली का पर्दाफाश

संवाद सहयोगी, कलायत: केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा गरीबों के उत्थान के लिए शुरू की गई बीपीएल योजना सर्वेक्षण कार्य में बड़े पैमाने पर धांधली का पर्दाफाश हुआ है। जरूरतमंदों के हितों पर डाका मारकर बेशकीमती कृषि भूमि, गैर कृषि भूमि, भारी भरकम बैंक से¨वग, वाहन और दूसरे ठाठ-बाट का शाही जीवन जीने वाले गुपचुप ढंग से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का धड़ल्ले से फायदा उठा रहे है। जबकि जो वास्तविक पात्र हैं वे गरीबी रेखा सूची में शामिल होने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। सरकार की आंखों में धूल झोंककर अपात्रों को लाभ पहुंचाने का यह मामला कलायत में उजागर हुआ है।

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इस गंभीर मामले से जुड़े पहलुओं को प्रकाश में लाने का कार्य एक मजदूर कृष्ण कुमार ने किया। इसके द्वारा तथ्यों सहित सीएम ¨वडो के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत पर प्रदेश सरकार ने कड़ा संज्ञान लिया है। शिकायत की जांच एडीसी पार्थ गुप्ता को सौंपी है। शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि बीपीएल योजना का मुख्य मकसद वास्तविक पात्रों को संबंधित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।

¨चता का विषय है कि जिनके कंधों पर इस महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने की जिम्मेवारी सौंपी गई है, वे गरीबों की बजाय साधन संपन्न लोगों को बीपीएल सूची में शामिल करने में जुटे हैं। इसका प्रमुख कारक सर्वे कार्य में घोर लापरवाही का परिचय देना है। कलायत निवासी एक ऐसे व्यक्ति का नाम स्टेट बीपीएल सूची में शामिल किया गया है जिसके पास राजस्व रिकार्ड के अनुसार बेशकीमती कृषि भूमि और गैर कृषि जमीन है। इसके अलावा जिन लोगों को बीपीएल आधार पर बनाए गए राशन कार्ड में शामिल किया गया है, उनके पास बड़ी बैंक से¨वग, वाहन और दूसरी चल-अचल संपत्ति है।

इस प्रकार के पहलु दर्शाते है कि सरकारी सर्वे के दौरान संबंधित परिवार ने गुमराह करने वाले तथ्य पेश करते हुए शासन-प्रशासन की आंखों में धूल झोंकी। जिला प्रशासन को समय रहते इस प्रकार के गड़बड़झाला करने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि कोई व्यक्ति अन्य के हितों पर कुठाराघात न कर सके।

शिकायतकर्ता ने प्रदेश सरकार से इस गंभीर विषय की सिरे से जांच करवाते हुए आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है। साथ ही बीपीएल के आधार पर अब तक संबंधित परिवारों ने जो लाभ उठाया है उसकी रिकवरी की जाए।


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