तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी नही मिल पा रहे सुविधा
धान के खेतों में राइस सूट लगवाने के लिए किसानों ने करीब तीन सप्ताह पहले पैसे जमा करवाए हैं लेकिन उन्हें सुविधा नही मिल पाई।
संवाद सहयोगी, कलायत : धान के खेतों में राइस सूट लगवाने के लिए किसानों ने करीब तीन सप्ताह पहले पैसे जमा करवाए हैं, लेकिन उन्हें सुविधा नही मिल पाई। किसान सतीश कुमार, सुबोध राणा, बिरम पाल राणा, सोमपाल, प्रमोद, बलदेव ने बताया कि अपने खेतों में बरसाती मोघे लगवाने के लिए वे लोग 10 जुलाई को सिचाई विभाग में पैसे जमा करवा चुके हैं। इतना समय बीत जाने के बाद भी उन लोगों के खेतों में राइस सूट नही लगे। किसानों का कहना है कि पानी की कमी के कारण उनके धान के खेत सूख रहे हैं।
बिरम पाल राणा ने कहा कि यह समय धान की फसल के फुटाव का समय है पर पानी न होने के कारण से उनके खेतों में दरारें पड़ गई। पानी की भारी कमी के कारण से फसल का फुटाव ही नही हो पाया जिसके कारण से पैदावार पूरी तरह से प्रभावित होने की आशंका बन गई है। उन्होंने कहा कि बरसाती मोघे लगवाने के लिए वे बार बार सिचाई विभाग के चक्कर लगा रहे हैं पर उन लोगों को आश्वासन के सिवा कुछ नही मिल पाया।
सोमपाल ने कहा कि 1918 तक बरसाती मोघा अपने खेत में लेने के लिए किसान को 150 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से जमा करवाना होता था। विभाग ने इसके लिए अब किसान से 300 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से राशि जमा करवाना शुरू कर दी। उसके बावजूद भी किसानों को राइस सूट नहीं दिए जा रहे।
सिचाई विभाग के उपमंडल अभियंता तरसेम गर्ग से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विभाग के आदेशों की पालना करते हुए आवेदक किसानों को राइस सूट अलॉट किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दो तीन दिनों में सभी आवेदक किसानों के खेतों में बरसाती मोघे दे दिए जाएंगे।