जल बचाने को मेक कैथल वाटर पॉजिटिव मुहिम की शुरुआत
डीसी धर्मवीर ¨सह ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक जमीनी पानी 30 से 40 फीट पर उपलब्ध था। पानी का लगातार दोहन होने से आज जमीनी पानी का स्तर 200 फीट के नीचे चला गया है और यह लगातार घट रहा है। कैथल जिला के सात में से दो खंड गुहला और राजौंद को डार्क जोन घोषित किया जा चुका है। डीसी धर्मवीर पंचायत भवन में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से जल संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भविष्य में जल संकट से बचना है तो हमें पानी के महत्व को समझना होगा और बूंद बूंद को बचाना होगा।
जागरण संवाददाता, कैथल : डीसी धर्मवीर ¨सह ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक जमीनी पानी 30 से 40 फीट पर उपलब्ध था। पानी का लगातार दोहन होने से आज जमीनी पानी का स्तर 200 फीट के नीचे चला गया है और यह लगातार घट रहा है। कैथल जिला के सात में से दो खंड गुहला और राजौंद को डार्क जोन घोषित किया जा चुका है।
डीसी धर्मवीर पंचायत भवन में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से जल संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भविष्य में जल संकट से बचना है तो हमें पानी के महत्व को समझना होगा और बूंद बूंद को बचाना होगा। डीसी ने जिला के लोगों को जल बचाने के लिए प्रेरित करने के लिए मेक कैथल वाटर पॉजिटिव मुहिम की शुरुआत भी की। पांच दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यकारी अभियंता एमएस राणा व पीके गुप्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विभाग के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने मेक कैथल वाटर पॉजिटिव मुहिम के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि इसके पहले चरण में सरकारी व निजी वाहनों पर स्टीकर लगाए जाएंगे जिससे लोगों में जल संरक्षण को लेकर संदेश जाएगा और फिर शहर व गांव में पहुंचकर लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने विभिन्न गांव से आए लोगों को देश व प्रदेश में जल की स्थिति के बारे में बताया। साथ ही प्रोजेक्टर पर छोटी-छोटी वीडियो क्लीप दिखाकर जल बचाने के लिए प्रेरित किया।