मजबूत राष्ट्र के निर्माण में शिक्षा का अहम योगदान: कमलेश ढांडा
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए बहुत ही आवश्यक साधन है। शिक्षा अच्छा अध्ययनकर्ता बनने में मदद करती है और जीवन के हर पहलू को समझने के लिए सूझबूझ को विकसित करती है।
जागरण संवाददाता, कैथल: महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए बहुत ही आवश्यक साधन है। शिक्षा अच्छा अध्ययनकर्ता बनने में मदद करती है और जीवन के हर पहलू को समझने के लिए सूझबूझ को विकसित करती है। यह सभी मानव अधिकारों, सामाजिक अधिकारों, देश के प्रति कर्तव्यों और दायित्वों को समझने में भी हमारी सहायता करती है। मजबूत राष्ट्र के निर्माण में शिक्षा का सबसे अधिक योगदान होता है।
राज्य मंत्री कमलेश ढांडा मंगलवार को आरकेएसडी महाविद्यालय के मुख्यद्वार और संगोष्ठी कक्ष का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रही थीं। राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने अपने निजी कोष से 21 लाख रुपये कालेज को देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा, मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे कैथल की पावन धरा पर राधा कृष्ण सनातन धर्म संस्थान की सेवा-सहयोग करने और अपने विचार रखने का मौका मिला। संस्था के संस्थापक सेठ मक्खन लाल की प्रेरणा से शिक्षा और व्यक्तित्व के विकास में संस्थान का उल्लेखनीय योगदान रहा है। जहां एक तरफ शिक्षा व्यक्ति और समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्र निर्माण में शिक्षा का सबसे अमूल्य योगदान होता है।
उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तीन साल से लेकर छह साल तक के बच्चों के लिए 4000 प्ले स्कूल खोले जा रहे हैं, जिनमें से 1135 पर काम शुरू हो गया है। अब सभी आंगनबाड़ियों को हाईटेक बनाया जा रहा है। प्रदेश सरकार प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सुविधा और अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा देने के लिए 112 नए संस्कृति मॉडल स्कूल खोल रही है। सरकार लड़कियों की शिक्षा को लेकर संजीदगी से काम कर रही है। एक साल में लड़कियों के लिए 15 नए सरकारी कालेज खोले गए हैं। नौवीं से 12वीं कक्षा तक की छात्राओं के लिए छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना के तहत मुफ्त परिवहन सुविधा दे रही है। धन के अभाव में प्रतिभा दबी न रहे, इसलिए सुपर-100 कार्यक्रम के तहत रेवाड़ी और पंचकूला में सरकारी विद्यालयों के बच्चों के लिए रहने, खाने व स्टेशनरी के मुफ्त सुविधायुक्त कोचिग सेंटर्स खोले गए हैं। इनके 25 छात्रों का आइआइटी और 72 विद्यार्थियों का नीट में चयन हुआ है। सरकार ने दो और सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। इसके साथ-साथ विदेशों में उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए महाविद्यालयों में पासपोर्ट बनवाने की सुविधा शुरू की गई है।
इस मौके पर तुषार ढांड, समिति के प्रधान साकेत मंगल एडवोकेट, अश्विनी शोरेवाला, नरेश शोरेवाला, पंकज बंसल, सुनील चौधरी, श्याम बंसल, नवनीत गोयल एडवोकेट, प्राचार्य डा.संजय गोयल, दिलावर सिंह उपस्थित रहे।