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पराली के अवशेषों में आग लगाने वालों के खिलाफ होगी एफआइआर दर्ज : डीसी

डीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि जो भी किसान धान की फसल के बाद पराली के बचे हुए अवशेषों में आग लगाएगा तो सैटेलाइट के माध्यम से संबंधित व्यक्ति के खेतों की पहचान करके उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 09:39 AM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 09:39 AM (IST)
पराली के अवशेषों में आग लगाने वालों के  खिलाफ होगी एफआइआर दर्ज : डीसी
पराली के अवशेषों में आग लगाने वालों के खिलाफ होगी एफआइआर दर्ज : डीसी

जागरण संवाददाता, कैथल : डीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि जो भी किसान धान की फसल के बाद पराली के बचे हुए अवशेषों में आग लगाएगा तो सैटेलाइट के माध्यम से संबंधित व्यक्ति के खेतों की पहचान करके उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी। उक्त किसान के खिलाफ न केवल कार्रवाई होगी बल्कि सरकार की तरफ से किसानों के हित के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ भी उन्हें नहीं दिया जाएगा। डीसी ने फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जिला स्तरीय समिति का भी गठन कर विभिन्न क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखने के निर्देश जारी किए।

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डीसी बृहस्पतिवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में आयोजित किए जाने वाले विशेष पखवाड़े के बारे में संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक ले रही थी। जिला में कुल 1 लाख 56 हजार हैक्टेयर भूमि में धान लगाई जाती है। इसमें से 93 हजार हैक्टेयर में बासमती तथा 63 हजार हैक्टेयर में धान की दूसरी किस्में लगाई जाती हैं। हमें 63 हजार हैक्टेयर एरिया को फोक्स करके इस कार्य को पूर्ण करना है।

उन्होंने कहा कि फसल अवशेष जलाने से कई बार अप्रिय घटना भी घट जाती है और जमीन के मित्र कीट भी नष्ट हो जाते हैं। सर्दी के दिनों में हयुमिडिटी ज्यादा होने के कारण भयंकर धुआं हो जाता है, जो दुर्घटना का कारण भी बन सकता है। जिला में फसल अवशेष जलाने की घटनाओं में कमी आई है, जिसे हमें अब जीरो का टारगेट बनाना है, ताकि कोई भी किसान बचे हुए अवशेषों को न जलाएं।

उन्होंने कहा कि यदि कोई किसान फिर भी खेतों में फसलों के बचे हुए अवशेषों में आग लगाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए 2 एकड़ तक 2500 रुपए, 5 एकड़ तक 5 हजार रुपए, 5 एकड़ से ऊपर 15 हजार रुपये प्रति घटना जुर्माना किया जाएगा और संबंधित किसान को दी जाने वाली सरकार की विभिन्न अनुदानों का लाभ भी नही मिलेगा।

सक्षम युवा करेंगे किसानों को जागरूक : डीसी

डीसी ने कहा कि अवशेषों में आग लगाना गंभीर सामाजिक मुद्दा है। सभी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ किसानों को जागरूक करने के लिए सक्षम युवाओं को लगाया गया है, ताकि गांव-गांव जाकर किसानों को अवशेषों में आग लगाने के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जा सके। इस कार्य में सभी संबंधित पूरी लगन व निष्ठा से काम करें। जो भी अधिकारी, कर्मचारी व सक्षम युवा इस क्षेत्र में अच्छा कार्य करेगा तो उन्हें प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

किसानों को किया जाएगा जागरूक

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ पवन शर्मा ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन के तहत चलाए जाने वाले विशेष पखवाड़े के तहत विभिन्न क्रियाकलापों के माध्यम से किसानों को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग जागरूक हों। इस जिला में अवशेषों में आग लगाने की कोई भी घटना घटित नहीं हो।


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