किसानों ने पीएम फसल बीमा योजना को बताया धोखा व छलावा
एक बार फिर फसल बीमा योजना किसानों के निशाने पर हैं। कलायत में बड़ी तादाद में किसानों ने फसल बीमा योजना की पेचीदगियों के खिलाफ उपमंडल के नाराज किसानों ने कृषि अधिकारियोंबैंक कर्मचारियों और बीमा कंपनी के अधिकारियों पर जमकर भड़ास निकाली।
संवाद सहयोगी, कलायत : एक बार फिर फसल बीमा योजना किसानों के निशाने पर हैं। कलायत में बड़ी तादाद में किसानों ने फसल बीमा योजना की पेचीदगियों के खिलाफ उपमंडल के नाराज किसानों ने कृषि अधिकारियों,बैंक कर्मचारियों और बीमा कंपनी के अधिकारियों पर जमकर भड़ास निकाली। उनके मुताबिक फसल बीमा योजना से असल लाभ उन्हें नहीं बल्कि बीमा कंपनियों को हो रहा है। किसानों से मिल रही शिकायतों के निवारण के लिए शुक्रवार को बीडीपीओ कार्यालय में कृषि विभाग द्वारा किसानों को आ रही समस्या का निपटान करने के लिए बुलाया गया था। ईश्वर सिंह, जिले सिंह, विनोद कुमार, प्रदीप, सुरेश कुमार, राजकुमार, शीशपाल, विक्रम सिंह, कृष्ण कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है। सितंबर 2018 में उनकी लगभग 30 से 80 प्रतिशत तक फसलों में नुकसान हुआ था और खराब हुई फसलों का ब्यौरा देने का केवल 48 घंटे का समय दिया गया था। जैसे-तैसे कर उन्होंने इसकी जानकारी कृषि विभाग को दे दी गई थी, लेकिन मुआवजा लिस्ट में नाम आने के बाद भी उनके बैंक खातों में अभी तक पैसा नहीं आया है। कुछ किसानों को फसल में काफी नुकसान हुआ है। किसानों ने कहा कि बिना पूछे उनके खाते से प्रीमियम की रकम बीमा कंपिनयों के खाते में ट्रांसफर हो जाती है, लेकिन वक्त पड़ने पर बीमा कंपनियां अपने वादे से मुकर जाती हैं।
किसानों को जागरूक करने के लिए शिविर का आयोजन
कृषि विभाग एसडीओ डॉ. सतीश नारा व खंड कृषि अधिकारी डॉ. रामेर्श्वर श्योकंद ने बताया कि समय-समय पर कृषि विभाग द्वारा किसानों को जागरूक करने के लिए शिविर का आयोजन किया जाता है, लेकिन कुछ किसानों द्वारा ही कैंप में भाग लिया जाता है। पूर्ण जानकारी के अभाव में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।जिन किसानों को मुआवजा राशि नहीं मिली है जल्द ही राशि उनके खातों में डाल दी जाएगी।