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धान की सीधी बिजाई में रुचि दिखा रहे किसान

धान की सीधी बिजाई का सबसे उपयुक्त समय चल रहा है। इस बार किसान धान की सीधी बिजाई में काफी रुचि दिखा रहे है। अब तक 50 एकड़ से अधिक क्षेत्र में धान की सीधी बिजाई हो चुकी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 May 2021 06:02 AM (IST)Updated: Sat, 29 May 2021 06:02 AM (IST)
धान की सीधी बिजाई में रुचि दिखा रहे किसान
धान की सीधी बिजाई में रुचि दिखा रहे किसान

संवाद सहयोगी, सीवन : धान की सीधी बिजाई का सबसे उपयुक्त समय चल रहा है। इस बार किसान धान की सीधी बिजाई में काफी रुचि दिखा रहे है। अब तक 50 एकड़ से अधिक क्षेत्र में धान की सीधी बिजाई हो चुकी है। सीवन के कृषि विकास अधिकारी ईश्वर ने बताया कि किसान धान की सीधी बिजाई मौसम को ध्यान रखते हुए करें क्योंकि बिजाई के बाद 8-10 दिन का सूखा मौसम चाहिए। किसान धान की सीधी बिजाई शाम के समय में तर वत्तर विधि से करें और नमी में करें। अगर किसान लकी सीड ड्रिल से बिजाई कर रहे है तो खरपतवार को रोकने के लिए उसमें स्प्रे साथ में हों जाता है। लकी सीड ड्रिल से बिजाई करने से जमीन में ज्यादा दिनों तक नमी रखी जा सकती है।

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यदि बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो भी जाए तो लकी ड्रिल में लगे प्रेस व्हील कंडम होने से भी बचाते है। उन्होंने कहा कि यदि किसानों के पास धान की सीधी रोपाई वाली साधारण ड्रिल से बिजाई करना चाहते है तो शाम के समय बिजाई करें और शाम के समय ही पेंडिमेथलीन एक लीटर प्रति एकड़ का स्प्रे करें। पेंडिमेथलीन का स्प्रे करते समय ये जरूर ध्यान रखें खेत मे नमी होना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि सीधी बिजाई में बीज की मात्रा कम से कम 8 किलो जरूर लें। 8 किलो से ज्यादा बीज से पौधों की संख्या ज्यादा और कम बीज से पौधों की संख्या के कारण पैदावार पर असर पड़ता है। सीवन ब्लॉक में करीब 50 एकड़ में बिजाई हो चुकी है। एडीओ ने बताया कि अगर कोई किसान धान की सीधी बिजाई करना चाहता है और उसके पास मशीन नही है तो कृषि विभाग कैथल से भी मशीन 575 का चालान जमा करवा कर एक दिन के लिए किराया पर ले सकता है। ज्यादा जानकारी के कृषि अभियंता के कार्यालय करनाल पास के पास जींद रोड से संपर्क कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि गांव सीवन के विरेंद्र मेहता ने 12 एकड़ भूमि में व गांव रसूलपुर के किसान हर्षदीप ने 13 एकड़ में धान की सीधी बिजाई की है। गांव उम्मेदपुर की गुरजीत कौर ने 3 एकड़ भूमि, गांव फर्शमाजरा के शीशपाल व भूपिदर ने 1.5- 1.5 एकड़ में धान की सीधी बिजाई की है। इन किसानों का कहना है कि अगर इस विधि से सफलता मिलती है तो वो आगे सारी धान इसी विधि से लगाएंगे।

प्रगतिशील किसान विरेंद्र मेहता ने पिछली बार दो एकड़ में धान की सीधी बिजाई की थी। उन्होंने बताया पिछली बार ज्यादा ने जानकारी न होने के कारण खरपतवार को रोकने में दिक्कत रही कितु पैदावार ठीक रही। अब की बार लकी सीड ड्रिल से बिजाई से उन्होंने 12 एकड़ में बिजाई की है। मेहता ने बताया कि कोरोना के समय मजदूर मिलना बहुत मुश्किल है और मजदूर एक एकड़ लगाने के 4000 रुपये प्रति एकड़ लेते है। इस बीजाई में लेबर की कोई दिक्कत नहीं आती। अब तक वह आधी धान लगा चुके है।

खंड कृषि अधिकारी ने किसानों को सीधी धान बिजाई के बताए फायदे

जासं, कैथल: खंड कृषि अधिकारी डा. जगबीर लांबा द्वारा गांव कमहेडी, अरनौली में धान की सीधी बिजाई का निरीक्षण किया। वहीं किसानों को सीधी बिजाई के फायदे बताए। उन्होंने कहा कि किसान सीधी बिजाई कर पानी की बचत कर सकते हैं। लागत के हिसाब से अच्छी किसानों की आमदनी होती है। खर्च भी कम आता है। ज्यादा से ज्यादा किसान धान की सीधी बिजाई करें। धान की सीधी बिजाई करने के लिए पनीरी की आवश्यकता नहीं पड़ती है। मशीन के द्वारा किसान जल्दी बिजाई कर सकता है। इस मौके पर डॉ संदीप कुमार कृषि विकास अधिकारी व ईश्वर व खंड तकनीकी प्रबंधक डा. सचिन, किसान लाडी सिंह, सोहन सिंह, गुरदयाल सिंह व पवित्र सिंह मौजूद थे।


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