उचित दाम नहीं मिलने से धान बेचने को तैयार नहीं किसान
दिन- सोमवार, समय- 11 बजकर 50 मिनट, जगह- कैथल की नई अनाज मंडी। जाखौली अड्डा स्कूल के सामने वाली सड़क से लेकर मार्केट कमेटी कार्यालय तक धान से लबालब भरी मंडी। किसान अलग-अलग किस्म की धान लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं, लेकिन न तो धान की बिक्री सुचारू रूप से हो रही है और न ही आवक के अनुसार फसल का उठान हो रहा है
जागरण संवाददाता, कैथल :
दिन- सोमवार, समय- 11 बजकर 50 मिनट, जगह- कैथल की नई अनाज मंडी। जाखौली अड्डा स्कूल के सामने वाली सड़क से लेकर मार्केट कमेटी कार्यालय तक धान से लबालब भरी मंडी। किसान अलग-अलग किस्म की धान लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं, लेकिन न तो धान की बिक्री सुचारू रूप से हो रही है और न ही आवक के अनुसार फसल का उठान हो रहा है।
किसान धान बेचने के लिए कभी मंडी में मार्केट कमेटी के कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं तो कभी धान की ढेरी के पास बैठकर खरीदारों के आने का इंतजार कर रहे हैं। जो किसान एक दिन पहले ही मंडी में धान लेकर आए हुए हैं, उनकी फसल की अब तक खरीद नहीं हुई।
12 बज कर 15 मिनट पर खरीदार एक किसान की फसल खरीदने के लिए मंडी के गेट पर पहुंचे, लेकिन किसान ने खरीदारों के लगाए दाम पर असंतोष जताया और ज्यादा दाम में फसल बेचने की बात कही। कुछ ऐसे हालात कैथल अनाज मंडी में पिछले काफी दिनों से बने हुए हैं।
बॉक्स
दिन भर बनी रही जाम की स्थिति मंडी में दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। किसानों ने बताया कि वे पिछले दिनों शाम से मंडी में धान लेकर आए हुए हैं, लेकिन अब तक इसकी बिक्री नहीं हुई है। खरीदार आते हैं, लेकिन धान में नमी की मात्रा ज्यादा बताकर बिना खरीदे वापस चले जाते हैं। अगर फसल की जल्द खरीद नहीं होती है तो मंडी में पांव रखने को भी जगह नहीं बचेगी।
बॉक्स
किसानों को पूरे दाम मिलने का इंतजार :
गांव सेरहदा से किसान कर्मवीर ने बताया कि वह सुबह पांच बजे पीआर धान लेकर यहां पहुंच गया था। सुबह दस बजे तक कोई खरीद नहीं हुई। उसके बाद जब खरीदार आए तो उन्होंने रेट पूरा नहीं दिया। सरकार की ओर से निर्धारित किए गए दामों से 200 रुपये कम दिए जा रहें है, लेकिन वे इस रेट पर फसल बेचने के लिए तैयार नहीं हैं। अब किसी दूसरे खरीदार के आने का इंतजार कर रहे हैं।
बॉक्स : औने पौने दाम में हो रही खरीद
गांव धनौरी के किसान भरथू राम ने बताया कि बह रविवार शाम से फसल लेकर मंडी में बैठा है, लेकिन खरीद नहीं हो रही। फसल में नमी बताकर 2800 रुपये प्रति ¨क्वटल रेट लगाया जा रहा है। उसके साथ वाले किसान की मुच्छल धान 31 रुपये प्रति ¨क्वटल बिकी है, जबकि वह उसके बाद मंडी में आया था। यहां किसानों की फसल की औने-पौने दाम में खरीद हो रही है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे।
बॉक्स
नियमित हो रहा उठान :
मार्केट कमेटी सचिव दलेल ¨सह ने कहा कि धान का उठान नियमित करवाया जा रहा है। रविवार को पूरी मंडी लगभग खाली करवा दी गई थी, लेकिन सोमवार को दोपहर तक फिर मंडी धान से भर गई। धान की खरीद सरकार की ओर से निर्धारित भाव पर ही की जा रही है। कुछ प्राइवेट एजेंसी धान खरीद रही है, लेकिन वे भी नमी के अनुसार ही रेट तय कर रही हैं।