किसानों ने किया जजपा विधायक ईश्वर सिंह का घेराव, बोले मैं आपके साथ हूं
डीएवी कालेज चीका में आयोजित कार्यक्रम में उस समय हड़कंप मच गया जब किसान हाथों में काले झंडे लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीएवी कालेज के गेट तोड़कर अंदर घुस गए। किसान नारे लगाते हुए विधायक का घेराव करते हुए इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
संवाद सहयोगी, गुहला चीका : डीएवी कालेज चीका में आयोजित कार्यक्रम में उस समय हड़कंप मच गया, जब किसान हाथों में काले झंडे लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीएवी कालेज के गेट तोड़कर अंदर घुस गए। किसान नारे लगाते हुए विधायक का घेराव करते हुए इस्तीफे की मांग कर रहे थे। किसानों के विरुद्ध लागू किए गए तीन कानूनों को रद करने की मांग कर रहे थे।
किसानों के विरोध को देखते हुए विधायक ईश्वर सिंह स्वयं किसानों के बीच में आ गए और उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनकी मांगों पर उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि वह सबसे पहले किसानों का समर्थन करने वाले विधायक हैं, लेकिन किसान अपनी बात पर अड़िग रहे। उन्होंने उनसे मांग की कि वह तुरंत इस्तीफा देकर उनके साथ आ जाएं। बातों बातों में तकरार इतनी बढ़ गई कि किसान आक्रोशित हो गए। एक स्थिति ऐसी आ गई कि हालात पुलिस प्रशासन के बस से बाहर होते देख मौके की नजाकत को समझते हुए विधायक अपनी गाड़ी की तरफ चल दिए। डीएसपी गुहला किशोरी लाल व पुलिस प्रशासन की सूझबूझ से विधायक भीड़ में से निकलने में कामयाब रहे।
विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि उन्होंने किसानों की पूरी बात सुनी है और यह भी कहा कि उन्होंने सबसे पहले किसानों का समर्थन किया है। कृषि विधेयक बनाने वाले तो सांसद हैं तो इस्तीफा तो सांसदों से मांगना चाहिए। विधायकों के इस्तीफा देने से क्या होगा।
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा का किया घेराव, गाड़ी के आगे लेटे किसान
संवाद सहयोगी, कलायत : दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरने पर खाद्य सामग्री लेकर जा रहे कलायत क्षेत्र के किसानों ने राज्यमंत्री कमलेश ढांडा का घेराव किया। दोपहर करीब एक बजे राज्यमंत्री कलायत स्थित लोक निर्माण विश्राम गृह से गांव लांबा खेड़ी में शिक्षक के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए निकली थी। इस दौरान मुख्य मार्ग पर उनका सामना ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से किसानों के धरने में शामिल होने जा रहे कलायत क्षेत्र के किसानों से हुआ। मंत्री के काफिले को देख कर किसानों ने सरकार और राज्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। काफिले को रोकने के लिए किसान सड़क पर लेट गए। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने मशक्कत के बाद राज्यमंत्री की गाड़ी को किसानों के बीच से निकाला। थाना प्रभारी जयवीर सिंह अपनी टीम के साथ वहां मौजूद थे। विरोध के बाद किसान खाद्य सामग्री लेकर दिल्ली की ओर रवाना हो गए। किसानों का कहना था कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक हरियाणा सरकार में सांसदों, राज्यमंत्रियों और विधायकों का विरोध जारी रहेगा। वहीं राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम मनोहर लाल किसानों के मुद्दे को लेकर गंभीर हैं।