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मुख्यमंत्री खेतीहर जीवन सुरक्षा योजना के तहत दुर्घटना होने पर किसानों को दी जाती है वित्तिय सहायता

जागरण संवाददाता कैथल एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि हरियाणा राज्य में कृषि कार्यो के दौरान खेतों गांवों मार्किट यार्ड तथा ऐसे स्थानों से आते-जाते दुर्घटना का शिकार हुए पीड़ितों को मार्किट कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री किसान एवं खेतीहर जीवन सुरक्षा योजना के तहत वित्तिय सहायता दी जाती है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 06:05 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 06:05 AM (IST)
मुख्यमंत्री खेतीहर जीवन सुरक्षा योजना के तहत दुर्घटना होने पर किसानों को दी जाती है वित्तिय सहायता
मुख्यमंत्री खेतीहर जीवन सुरक्षा योजना के तहत दुर्घटना होने पर किसानों को दी जाती है वित्तिय सहायता

जागरण संवाददाता, कैथल : एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि हरियाणा राज्य में कृषि कार्यो के दौरान खेतों, गांवों, मार्किट यार्ड तथा ऐसे स्थानों से आते-जाते दुर्घटना का शिकार हुए पीड़ितों को मार्किट कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री किसान एवं खेतीहर जीवन सुरक्षा योजना के तहत वित्तिय सहायता दी जाती है।

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एसडीएम ने बताया कि किसान एवं खेतीहर मजदूरों को खेत-खलियानों में दिन-रात काम करना पड़ता है। इससे अनेक प्रकार की दुर्घटनाओं की संभावना रहती है। इसके लिए सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जाती है, जिसमें दुर्घटना के दौरान मृत्यु होने पर 5 लाखा रुपये, रीढ़ की हड्डी टूटने या अन्यथा के कारण से स्थायी अशक्तता होने पर 2 लाख 50 हजार रुपये, दो अंग भंग होने पर या स्थायी गंभीर चोट होने पर 1 लाख 87 हजार 500 रुपये, इसी प्रकार एक अंग भंग होने या स्थायी चोट होने पर 1 लाख 25 हजार रुपये, पूरी उंगली कटने पर 75 हजार रुपये, आंशिक उंगली भंग होने पर 37 हजार रुपये सरकार अनुदान के रूप में मार्किट कमेटी के माध्यम से दिया जाता है।

उन्होंने बताया कि इसके लिए पुलिस रिपोर्ट व पोस्टमार्टम का होना जरूरी है तथा अशक्तता की स्थिति में प्रमाण पत्र व अंग हानि होने की स्थिति में शेष बचे हुए अंग की फोटो प्रति दावे के साथ प्रस्तुत करें। आवेदक को दुर्घटना के दो महीने तक संबंधित मार्किट कमेटी के सचिव को आवेदन करना होगा।

घरों में हो रही दूषित पानी की सप्लाई, लोगों में रोष

जागरण संवाददाता, कैथल : वार्ड नंबर 12 अंबेडकर नगर स्थित घरों में कई दिनों से गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। करीब छह महीने पहले जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ट्यूबवेल लगाया गया था।तभी से गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। इस बारे में कई बार विभाग के अधिकारियों को बोल चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। इसके अलावा यह समस्या हरसौला बस्ती, क्योडक बस्ती और मायापुरी कालोनी में भी बनी हुई है। पार्षद प्रतिनिधि बलजीत रंगा, जोगिद्र, कर्मबीर, सुरेंद्र, राजीव ने बताया कि घरों में लगातार दूषित पानी की सप्लाई हो रही है। विभाग ने ट्यूबवेल लगाया था तो उम्मीद जगी थी कि लोगों को साफ पानी पीने को मिलेगा। छह महीने में कई बार ट्यूबवेल खराब हो चुका है और सप्लाई में गंदा पानी आ रहा है। गंदे पानी की सप्लाई होने से परेशानी उठानी पड़ रही है। उनकी मांग है कि जल्द उनकी समस्या का समाधान किया जाए। अब गर्मी का सीजन आ चुका है और पानी की खपत ज्यादा होगी। ऐसे में अगर ट्यूबवेल ठीक नहीं किया गया तो लोगों को प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करना पड़ेगा।

जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सतपाल ने बताया कि अंबेडकर नगर में ट्यूबवेल में गंदे पानी की सप्लाई का मामला उनके संज्ञान में आया है। जल्द ही कर्मचारियों को भेजकर समस्या को दूर करवा दिया जाएगा।


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