काम आ गई आरोपों से घिरी नगर पालिका की मशक्कत
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका: चीका-पिहोवा मेन रोड पर चीका-पिहोवा मेन रोड पर नगर पालिका की जमीन पर अवैध कब्जा करके बनाए जा रहे शोरूम को कब्जाधारकों ने खुद ही हटाना शुरू कर दिया है। चर्चा है कि मिलीभगत के आरोप लगने के बाद हरकत में आए नगर पालिका प्रशासन ने कब्जा धारकों को नफा-नुकसान समझाया और अपने आप कब्जा हटाने के लिए राजी कर लिया।
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका: चीका-पिहोवा मेन रोड पर नगर पालिका की जमीन पर अवैध कब्जा करके बनाए जा रहे शोरूम को कब्जाधारकों ने खुद ही हटाना शुरू कर दिया है। चर्चा है कि मिलीभगत के आरोप लगने के बाद हरकत में आए नगर पालिका प्रशासन ने कब्जा धारकों को नफा-नुकसान समझाया और अपने आप कब्जा हटाने के लिए राजी कर लिया।
बुधवार को निर्माण स्थल पर दो मजदूर खड़ी की गई दीवारों की ईंटें उखाड़ उखाड़कर जमीन पर गिरा रहे थे। पालिका से जुड़े सूत्रों ने कहा कि अब यह चैप्टर बंद समझा जाना चाहिए, क्योंकि शाम तक पूरा कब्जा हट जाएगा और पालिका की जमीन पहले की तरह समतल हो जाएगी।
बता दें कि गत दिवस वार्ड 2 की पार्षद समता देवी ने सीएम ¨वडो पर एक शिकायत दाखिल करके आरोप लगाया था कि नगर पालिका अध्यक्षा व सचिव की मिलीभगत से पिहोवा रोड़ पर नगर पालिका की करोड़ों रुपये की जमीन कब्जाई जा रही है। इससे पहले भी सोशल मीडिया पर पालिका प्रशासन की खूब किरकिरी की जा रही थी कि जिस मार्ग से पालिका सचिव व आधे से अधिक पार्षद हर रोज गुजरते हों उस पर चल रहे निर्माण की उन्हें भनक ही ना मिले यह संभव हीं नहीं सकता।
एसडीएम ने जांच के लिए लिखा पत्र
कब्जे को लेकर पालिका के खिलाफ ही कड़े तेवर अपना रहे एसडीएम गुहला सुरेंद्र पाल ने इस मामले की जांच के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है। इस पत्र में नगर पालिका की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगाए गए हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों सूचना के आधार पर एसडीएम सुरेंद्र पाल खुद ही कब्जा स्थल पर पहुंच गए थे तथा निर्माण कार्य रूकवा दिया था। साथ ही वहां पुलिस तैनात कर दी गई थी ताकि कब्जा धारक रात को लेंटर आदि ना डाल सकें।