शहर के विकास को लगा ग्रहण, साढ़े दस करोड़ के कार्य अटके
नगर परिषद की ओर से दस दिन पहले ठेकेदारों को विकास कार्यों के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए गए थे। इसके जारी होने के बाद भी ठेकेदारों ने काम शुरू नहीं किए हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की ओर से दस दिन पहले ठेकेदारों को विकास कार्यों के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए गए थे। इसके जारी होने के बाद भी ठेकेदारों ने काम शुरू नहीं किए हैं। कुछ ठेकेदार तो काम करने से साफ मना कर चुके हैं। ऐसे में नगर परिषद की ओर से ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। ठेकेदार को सात दिन का नोटिस जारी कर दिया गया है। इसका जवाब नहीं दिया तो दोबारा से सात दिन का काम न करने का कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। उस नोटिस का जवाब न देने पर नप की ओर से ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अगर ठेकेदारों ने काम शुरू नहीं किया तो इन टेंडरों को कैंसल करके दोबारा से लगाया जाएगा। करीब एक साल बाद शहर में विकास कार्य शुरू होने थे। करीब साढ़े दस करोड़ रुपये से शहर का विकास होना था, लेकिन अब शहर के विकास को ग्रहण लग गया है। हालांकि नप के एक ठेकेदार ने काम करना शुरू कर दिया है।
निर्माण सामग्री के रेटों में इजाफा
ठेकेदारों ने विकास कार्यों के टेंडर 15 से 20 प्रतिशत माइनस में लिए हुए हैं। करीब एक साल पहले टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी। उसे समय निर्माण सामग्री के रेट कम थे, लेकिन अब कुछ दिनों से रेट बढ़ गए हैं। ऐसे में ठेकेदार असमंजस में हैं कि काम करें या ना करें। ठेकेदारों ने पहले ही माइनस में टेंडर लिए हुए हैं और अब महंगाई बढ़ गई है। उन्हें नुकसान होना लगभग तय है, इस कारण ठेकेदार काम शुरू करने में आना-कानी कर रहे हैं।
ये होंगे वार्डों में मुख्य काम
शहर के वार्डों में करीब साढ़े दस करोड़ रुपये के काम शुरू होने हैं। इनमें मुख्य काम सभी वार्डों में स्टील के साइन बोर्ड लगाए जाने हैं। इसमें वार्ड की संख्या, कॉलोनी का नाम, पार्षद का नाम व उसका नंबर लिखा जाना है। कुछ वार्डों में मुख्य गलियों में लोहे के गेट व आरसीसी बेंच रखे जाने हैं। करनाल रोड जिला सचिवालय के पास वाली सड़क व चरण दास मार्ग से अंबाला रोड व ढांड रोड तक सड़क बनाई जानी थी। हुडा सेक्टर 19 के पार्कों की रिपेयर होनी थी। वार्डों में गलियों, नालियों, लाइटों का काम किया जाएगा। कुछ वार्डों को छोड़कर लगभग हर वार्ड में करीब 20 से 30 लाख रुपये के काम होंगे।
ठेकेदारों को नोटिस जारी किए गए
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि वर्क ऑर्डर देने के बाद भी ठेकेदार काम शुरू नहीं कर रहे हैं। ठेकेदारों को नप की ओर से काम न करने का कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। दो बार नोटिस देने के बाद ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।