कूड़े से उठी ¨चगारी से 105 एकड़ गेहूं जलकर राख
फोटो नंबर : 31,32,33 - गुस्साए किसानों ने किया नेशनल हाइवे जमा, तहसीलदार खुराना रोड पर बने सॉलिड वेस्ट डं¨पग ग्राउंड में डाले गए कूड़े की आग ने किसानों की छह माह की मेहनत को जलाकर राख कर दिया। ¨चगारी की वजह से गांव कुलतारण के किसानों की 105 एकड़ फसल जलकर राख हो गई।
फोटो नंबर : 31,32,33
- गुस्साए किसानों ने किया नेशनल हाइवे जमा, तहसीलदार और किसानों में नोक झोंक
- कूड़े डालने वाले ठेकेदार पर एफआइआर की मांग पर अड़े हैं किसान
जागरण संवाददाता, कैथल : खुराना रोड पर बने सॉलिड वेस्ट डं¨पग ग्राउंड में डाले गए कूड़े की आग ने किसानों की छह माह की मेहनत को जलाकर राख कर दिया। ¨चगारी की वजह से गांव कुलतारण के किसानों की 105 एकड़ फसल जलकर राख हो गई।
गुस्साए किसानों ने आग बुझाते ही करीब साढे़ तीन बजे हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे को जाम कर दिया। जाम की सूचना मिलते ही तहसीलदार मौके पर पहुंचे। गुस्साए किसानों ने तहसीलदार से कहा कि अब कचरा डाला तो वह ट्रैक्टर ट्राली को आग लगा देंगे। इस पर तहसीलदार और किसानों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। किसानों ने तहसीलदार के सामने ही जमकर नारेबाजी की और फिर से रोड पर बैठ गए।
किसान मुआवजे के साथ ही कचरा डालने वाले ठेकेदार पर एफआइआर दर्ज करने की मांग पर अड़े थे। तहसीलदार ने किसानों को शांत करने के लिए कचरा डं¨पग ग्राउंड और खेतों में हुए नुकसान का जायजा लिया। जब तहसीलदार मौके पर पहुंचे तो डं¨पग ग्राउंड में आग सुलग रही थी। तहसीलदार ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई को लेकर किसानों को अगली सुबह 11 बजे मिलने के लिए बुला रहे थे, लेकिन किसानों का कहना था कि प्रशासन सिर्फ मीठी गोली दे रहा है, एक बार उठे तो कुछ नहीं मिलेगा। जाम लगाने वाले किसान डीसी को मौके पर बुलाने, ठेकेदार पर एफआइआर दर्ज करने की मांग पर अड़े थे। किसानों का कहना है कि नुकसान उनके घर हुआ है और मिलने के लिए भी वे ही डीसी के पास जाएं। डीसी खुद आए किसानों की समस्या सुनने।
बॉक्स
सैकड़ों बार फोन किए, नहीं
पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी
किसान धर्मप्रकाश, बलवंत कुमार, गुरमीत ¨सह ने बताया कि सैकड़ों फोन एंबुलेंस के लिए गए, लेकिन गाड़ी नहीं पहुंची। बाद में फोन उठाने भी बंद कर दिए थे। सबकुछ तबाह होने के बाद प्रशासन पहुंचा। किसानों का कहना था कि डं¨पग ग्राउंड में हर रोज आग लगाई जाती है। प्रशासन को कई बार सूचित किया गया। कई महीने पहले भी प्रशासन को ज्ञापन देकर आग लगाने पर रोक की मांग की गई थी, लेकिन वही हुआ जिसका डर था।
वर्जन
सभी जायज मांग मान ली गई है। खेतों का निरीक्षण कर गिरदावरी करवा दी गई है। जो नुकसान हुआ है उसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी जाएगी। ठेकेदार दोषी हुआ तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन किसानों से बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसान जिद पर अड़े हैं।
- र¨वद्र मलिक, तहसीलदार कैथल।
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