जिला, उपमंडल व खंड स्तर की कमेटियां करेंगी यूरिया और डीएपी स्टॉक खाद की जांच: डीसी
डीसी सुजान सिंह ने कहा कि यूरिया व डीएपी उर्वरकों की ब्लैक मार्किटिग चोरी उपलब्धता व खपत खरीद की निगरानी के लिए जिला स्तर उपमंडल स्तर व खंड स्तर पर अधिकारियों की कमेटी का गठन किया गया है।
जागरण संवाददाता, कैथल:
डीसी सुजान सिंह ने कहा कि यूरिया व डीएपी उर्वरकों की ब्लैक मार्किटिग, चोरी, उपलब्धता व खपत, खरीद की निगरानी के लिए जिला स्तर, उपमंडल स्तर व खंड स्तर पर अधिकारियों की कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी अपने-अपने क्षेत्र में निरंतर निरीक्षण व छापेमारी करेगी। यदि कोई किसान या डीलर इस प्रकार की गतिविधि में संलिप्त पाया जाएगा, तो उनके विरूद्ध दी फर्टिलाइजर कंट्रोल आर्डर 1985 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त सुजान सिंह ने कहा कि जिला कैथल से खाद को खरीद कर चोरी छिपे पंजाब ले जाकर बेचे जाने की आशंका हो रही है। खाद कई बार गैर कृषि कार्य करने वाली फर्मों को भी ब्लैक में बेचा जाता है। अब इस पर नजर रखने के लिए कमेटियों का गठन किया गया है। यह कमेटियां संबंधित विषय पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) कृषि एवं किसान कल्याण विभाग को भिजवाएगी।
इन अधिकारियों को किया है शामिल-
जिला स्तर की कमेटी में अतिरिक्त उपायुक्त कैथल, उप पुलिस अधीक्षक कैथल व कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक को शामिल किया गया है। इसी प्रकार उपमंडल स्तर की कमेटी में संबंधित उपमंडलाधीश, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पुलिस उप अधीक्षक तथा कृषि विभाग का प्रतिनिधि शामिल है। खंड स्तर की कमेटी में संबंधित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, खंड कृषि अधिकारी व संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कमेटियां अपने-अपने क्षेत्र में निरीक्षण व छापेमारी कर रासायनिक खादों की कालाबाजारी करने वालों पर पैनी नजर रखेंगी और नियमानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगी। गड़बड़ी मिलने पर खाद का लाइसेंस तुरंत प्रभाव से निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी। कृषि उपनिदेशक कर्मचंद ने खाद गोदामों की जांच भी की।