जनवरी में जिले को मिलेगा रेलवे लाइन के विद्युतीकरण का तोहफा
जिलावासियों को वर्ष 2019 में रेलवे के विद्युतीकरण का बड़ा तोहफा मिलेगा। यह कार्य 85 करोड़ से पूरा होगा। कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है। चार जनवरी को ट्रायल हो सकता है। दिल्ली से रेलवे अधिकारी ट्रायल के लिए पहुंचेंगे। लोगों की यह वर्षो पुरानी मांग थी जो पूरी होने जा रही है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
जिलावासियों को वर्ष 2019 में रेलवे के विद्युतीकरण का बड़ा तोहफा मिलेगा। यह कार्य 85 करोड़ से पूरा होगा। कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है। चार जनवरी को ट्रायल हो सकता है। दिल्ली से रेलवे अधिकारी ट्रायल के लिए पहुंचेंगे। लोगों की यह वर्षो पुरानी मांग थी जो पूरी होने जा रही है।
लाइन का विद्युतीकरण होने से 30 से 35 मिनट के समय की बचत होती। नरवाना से कुरुक्षेत्र तक लाइन का विद्युतीकरण हो रहा है। अब 55 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गाड़ियां चलती हैं, विद्युतीकरण होने के बाद गाड़ियों की स्पीड बढ़ेगी। रेलवे स्टेशन मास्टर रणधीर ¨सह ने बताया कि चार जनवरी को ट्रायल हो सकता है, इसलिए तैयारी की जा रही हैं।
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विद्युतीकरण को लेकर छह
पॉवर हाउस बनेंगे
लाइन के विद्युतीकरण को लेकर छह पॉवर हाउस बनाए गए हैं। इनमें कलायत, सजुमा, कैथल, टीक, ¨पडारसी, थानेसर शामिल है। टीक व सजुमा को छोड़कर सभी जगह पॉवर हाउस बनकर तैयार हैं। इन दोनों पर भी काम चल रहा है, जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है। ये पॉवर हाउस इलेक्ट्रिक इंजन को नरवाना शुरू होने तक बिजली मुहैया करवाएगा।
अब रेलवे ट्रैक पर कुरुक्षेत्र से जींद तक रेलगाड़ियों के 12 चक्कर लगते हैं। इनमें आने-जाने का एक-एक चक्कर कुरुक्षेत्र से से दिल्ली डेमू जयपुर इंटरसिटी गाड़ी का है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र से जींद वाया कैथल चार-चार चक्कर पैसेंजर गाड़ियों के हैं। रोजाना 20 से 25 हजार यात्री इन गाड़ियों में सफर कर रहे हैं। विद्युतीकरण होने के बाद गाड़ियां ट्रेक पर सरपट दौड़ेंगी। इस ट्रैक पर गाड़ियों की संख्या भी बढ़ेगी।