बणी आश्रम की जमीन में छोड़ा जा रहा गंदे नाले का पानी
प्रशासन व उसके अधिकारी लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए कितने संजीदा है इसका उदाहरण पूंडरी के पाई रोड पर देखने को मिल रहा है।
संवाद सहयोगी, पूंडरी : प्रशासन व उसके अधिकारी लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए कितने संजीदा है इसका उदाहरण पूंडरी के पाई रोड पर देखने को मिल रहा है। पाई से पिलनी रोड पर स्थित गुरु ब्रह्मानंद आश्रम बणी के संचालक व इसके आस-पास के लोग पिछले तीन वर्षो से अधिक समय से अधिकारियों की इस लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे है। बणी आश्रम के प्रवक्ता राजपाल बहादुर ने बताया कि तीन वर्ष पहले गुरु ब्रह्मानंद चौंक से पाई रोड पर पिलनी वाली सड़क तक नाला बनाने का कार्य शुरू किया गया था।
इस नाले के निर्माण कार्य को बीच में ही रोककर इसके गंदे पानी को गुरु ब्रह्मानंद आश्रम की भूमि में छोड़ दिया गया। जब आश्रम ने इस पर ऐतराज जताया तो उन्हें कहा कि गया कि जल्द ही इस नाले का पूरा कर दिया जाएगा, लेकिन तब से लेकर आज तक आश्रम वाले प्रशासन के तमाम अधिकारियों तक अपनी समस्या को पहुंचा चुके है, लेकिन किसी ने भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया। अब कोई सुनवाई न होते देख फिर से आश्रम की ओर से एक लिखित शिकायत पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यकारी अभियंता वरूण कंसल को रजिस्टर्ड डाक से भेजी गई है। आश्रम प्रवक्ता ने बताया कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आश्रम के संत महात्माओं को धरना-प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
बाक्स-नाले के पानी से आश्रम की 9 एकड़ भूमि हुई खराब
आश्रम प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित विभाग के अधिकारियों की इस लापरवाही के कारण आश्रम की 8 से 9 एकड़ भूमि गंदे पानी से खराब हो चुकी है। नाले के जहरीले और गंदे पानी के कारण आस-पास के क्षेत्र में न केवल बदबू फैल रही है, बल्कि जमीन में खड़े पानी में जंगली घास और जल मुर्गियां पैदा हो चुकी है, जो कि आस-पास के खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान कर रही है। बारिश के दिनों में तो स्थिति और भी भयावह हो जाती है।
समस्या को जल्द ही दूर करा देंगे : कार्यकारी अभियंता
पीडब्लयूडी के कार्यकारी अभियंता वरूण कंसल ने कहा कि ये समस्या उनके संज्ञान में है और वे इसे जल्द ही दूर करवा देंगे। उन्होंने बताया कि इस नाले को बदलकर दूसरे नाले में डालकर बणी आश्रम को इस समस्या से छुटकारा दिलाया जाएगा, इसके लिए कार्य दो-तीन दिन में ही शुरू करवा दिया जाएगा।