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जहरीला हो रहा डेंगू का डंक अब तक छह केस आए सामने

जिले में डेंगू का डंक तीखा हो गया है। अब तक छह केस सामने आ चुके हैं। जहां पिछले माह दो केस मिले थे वहीं इस माह अब तक चार केस मिल चुके हैं। अगले तीन माह तक डेंगू का सीजन चलना है। पिछले साल छह केस मिले थे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 06:50 AM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 06:50 AM (IST)
जहरीला हो रहा डेंगू का डंक  अब तक छह केस आए सामने
जहरीला हो रहा डेंगू का डंक अब तक छह केस आए सामने

जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में डेंगू का डंक तीखा हो गया है। अब तक छह केस सामने आ चुके हैं। जहां पिछले माह दो केस मिले थे, वहीं इस माह अब तक चार केस मिल चुके हैं। अगले तीन माह तक डेंगू का सीजन चलना है। पिछले साल छह केस मिले थे। गांव और शहर में फोगिग का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। कई पंचायतों ने तो अभी तक मशीन तक नहीं खरीदी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 85 टीमों का गठन किया हुआ है। इनमें आशा वर्कर, एएनएम, समक्ष युवा और हेल्थ वर्कर शामिल है, जो रोजाना गांव और शहर के वार्डो में जाकर लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक किया जा रहा है। डेंगू के लक्षण और सावधानियों के बारे में बताया जा रहा है। डेंगू का लारवा मिलने पर अब तक 775 लोगों को नोटिस जारी किया जा चुका है।

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कोरोना के साथ डेंगू की हो रही जांच

सिविल अस्पताल में कोरोना महामारी के साथ-साथ डेंगू को लेकर भी जांच हो रही है। अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है। इसके साथ-साथ ओपीडी में बीमारियों की जांच के लिए आ रहे लोगों में लक्षण नजर आने पर उनका डेंगू का सैंपल भी लिया जा रहा है। जिले में अब तक पट्टी अफगान गांव में महिला सितंबर माह में डेंगू पॉजिटिव आई थी। यह इस सीजन का पहला केस था। इसके बाद धनौरी गांव का 28 साल का युवक पॉजिटिव आया। इस युवक का सिविल अस्पताल में कोरोना टेस्ट हुआ था तो डेंगू की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। इसके बाद अक्टूबर माह में सीवन, नरवल, बिरथे-बाहरी और कैथल अमरगढ़ गामड़ी के एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए आसपास के 50 घरों के लोगों के सैंपल लेकर जांच की। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

स्टाफ की कमी से बढ़ी समस्या जिला नागरिक अस्पताल में कोरोना आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। यहां 100 बेड हैं। 20 के करीब मरीज अब दाखिल हैं। कुल 190 मरीज कोरोना संक्रमित हैं। 170 के करीब मरीज होम आइसोलेट किए गए हैं। सिविल अस्पताल में दाखिल मरीजों के इलाज को लेकर दो चिकित्सक, नौ स्टाफ नर्स कार्यरत हैं, जो मरीजों की संख्या को देखते हुए काफी कम हैं। अक्टूबर माह में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है। पिछले तीन माह की बात करें तो मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा। इस माह मरीजों की संख्या में कमी आने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

सिविल अस्पताल में चिकित्सकों की बात करें तो कुल 56 पदों पर 20 चिकित्सक ही कार्यरत हैं, वहीं स्टाफ नर्सों के 193 में से 86 पद रिक्त पड़े हुए हैं। एलटी के भी सात के करीब पद रिक्त पड़े हुए हैं। रिक्त पदों पर नियुक्त न होने के कारण कोरोना महामारी के इस दौर में काफी दिक्कत आ रही है।

डेंगू को लेकर भी विभाग अलर्ट

जिला कार्यकारी सिविल सर्जन डा. ओमप्रकाश ने बताया कि कोरोना महामारी के साथ-साथ डेंगू को लेकर भी विभाग अलर्ट है। डेंगू के लक्षण और सावधानियों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। शहर के वार्ड और गांव के लिए टीमों का गठन किया गया है। लोगों से अपील है कि जहां भी पानी जमा हो वहां मिट्टी का तेल या दवाई डाल दें। इससे मच्छर पैदा नहीं होंगे और घरों में रखे पानी के बर्तनों की नियमित रूप से सफाई करें।


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