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शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण वर्गीकरण एससी ए को लागू करवाने की मांग

वाल्मीकि समाज की एक समन्वय समिति की बैठक रविवार को कोयल कॉम्पलेक्स में हुई। बैठक की अध्यक्षता डॉ. सुरेंद्र लोट सिरसा ने की। बैठक में शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण वर्गीकरण एससी ए को लागू करवाने की मांग पर विचार विमर्श किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 09:39 AM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 06:32 AM (IST)
शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण वर्गीकरण एससी ए को लागू करवाने की मांग
शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण वर्गीकरण एससी ए को लागू करवाने की मांग

जागरण संवाददाता, कैथल : वाल्मीकि समाज की एक समन्वय समिति की बैठक रविवार को कोयल कॉम्पलेक्स में हुई। बैठक की अध्यक्षता डॉ. सुरेंद्र लोट सिरसा ने की। बैठक में शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण वर्गीकरण एससी ए को लागू करवाने की मांग पर विचार विमर्श किया गया। लोट ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की थी कि 2019-20 सत्र के दाखिले हो चुके है। इस लिए सत्र 2019-20 में वर्गीकरण संभव नहीं है। लेकिन सत्र 2020-2021 में एससी ए समाज के बच्चों को शैक्षणिक संस्थानों में एससी ए वर्ग के बच्चों के लिए आरक्षण वर्गीकरण का लाभ देना शुरू किया जाएगा, ताकि एससी समाज में सब जातियों की बराबर भागीदारी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा को अभी तक कुछ प्रशासनिक अधिकारियों के ढुलमुल रवैये की वजह से अधर में लटकी है, जो एससी ए समाज के शिक्षा से वंचित बच्चों के अधिकारों पर कुठाराघात है। उन्होंने बताया कि जींद में 17 नवंबर को वाल्मीकि समाज की एक बैठक बुलाई जाएगी, जिस पर मांग को पूरा करवाने के लिए अगला कदम उठाने पर निर्णय लिया जाएगा। इस मौके पर दिलबाग, सत्यवान डिलौढ़, राजेंद्र परोचा, सुरेश कलौदा, सतीश लोट, जितेंद्र सिंह, अरूण कुमार,भारत भूषण पार्षद, राजेश, अश्विनी कांगड़ा, नरसिंह अठवाल, रविद्र अठवाल, सुशील कुमार मौजूद थे।

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