राजकीय स्कूल की टंकी में मिली मृत छिपकली व डेंगू का लारवा
शहर के वार्ड नंबर चार की नानकपुरी कॉलोनी में बने राजकीय प्राइमरी स्कूल में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम वार्ड में मलेरिया व डेंगू के लारवे की दवाई डालने को लेकर डोर टू डोर सर्वे कर रही थी।
सुनील जांगड़ा, कैथल : शहर के वार्ड नंबर चार की नानकपुरी कॉलोनी में बने राजकीय प्राइमरी स्कूल में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम वार्ड में मलेरिया व डेंगू के लारवे की दवाई डालने को लेकर डोर टू डोर सर्वे कर रही थी। सर्वे करते हुए टीम प्राइमरी स्कूल में पहुंची और स्कूल में रखी करीब एक हजार लीटर की पानी की टंकी को खोला। टंकी खोल कर देखा तो टीम दंग रह गई। टंकी में एक मृत छिपकली पड़ी हुई थी।
इसके अलावा टंकी में लाखों की संख्या में डेंगू का लारवा भी मिला है। टीम के साथ वार्ड नंबर चार की पार्षद निशा गर्ग भी मौजूद थी। आठ जुलाई को शहर के सभी स्कूल खोले गए। स्कूल खुलने के बाद पानी की टंकी की सफाई स्कूल स्टाफ की ओर से नहीं करवाई गई थी। स्कूल में करीब 250 बच्चे शिक्षा ले रहे हैं। तीन दिन से बच्चे इसी दूषित पानी को पी रहे थे। शिक्षा विभाग की इस लापरवाही के कारण कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि फिलहाल किसी बच्चे के बीमार होने की सूचना नहीं है, लेकिन अगर स्वास्थ्य विभाग की टीम सफाई न करवाती तो बच्चों का स्वास्थ्य खराब हो सकता था। अभिभावकों का कहना है कि बच्चों के स्वास्थ्य से हो रहे इस खिलवाड़ की जांच कर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
तीन दिन पहले सभी स्कूलों
को जारी किया था नोटिस
एक महीना आठ दिन की छुट्टी पूरी करने के बाद आठ जुलाई को जिले भर के सभी स्कूल खोले गए थे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से सभी स्कूलों के प्राचार्यों को पानी की टंकी साफ करवाने के आदेश दिए गए थे। आदेशों के बाद भी टंकी को साफ न करवाना स्कूल स्टॉफ की बड़ी लापरवाही है। अगर शिक्षा विभाग जिले के स्कूलों का निरीक्षण करे तो बहुत से स्कूलों में ऐसी लापरवाही देखने को मिल सकती है।
कई महीने से नहीं हुई टंकी की सफाई
पानी की टंकी के हालात देखकर ऐसा लग रहा था कि कई महीनों से पानी की टंकी को साफ नहीं किया गया था। डेंगू का लारवा व टंकी में जमा गंदगी साफ दिखाई दे रही थी। इस समय गर्मी का मौसम चल रहा है और बच्चे पानी भी ज्यादा पीते हैं। ऐसे में एक सप्ताह या दस दिन में टंकी की सफाई करना जरूरी होता है।
जांच करवाई जाएगी
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने बताया कि प्राइमरी स्कूल की पानी की टंकी में मृत छिपकली व डेंगू का लारवा मिलने की सूचना उनके पास नहीं है। तीन दिन पहले ही सभी स्कूलों को पानी की टंकियां साफ करने के निर्देश दिए गए थे। अब मामला संज्ञान में आया है तो इसकी जांच करवाई जाएगी।
लारवा मिलने की जानकारी नहीं
स्वास्थ्य विभाग में मलेरिया के नोडल अधिकारी डॉ. नीरज मंगला ने कहा कि स्कूल में डेंगू का लारवा मिलने संबंधित जानकारी उनके पास नहीं है। इस स्कूल में जो टीम गई है, उसकी रिपोर्ट मिलने के बाद इस बारे में बताया जा सकेगा।