राहगीरी से डीसी दूर, नाममात्र बच्चे पहुंचे, पुलिस से केवल एसपी ही आए
जागरण संवाददाता यमुनानगर इस बार राहगीरी कार्यक्रम इस बार राहगीरी कार्यक्रम जगाधरी के झंडा चौक विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर के क्षेत्र में रखा गया लेकिन यहां भी राहगीरी लोगों को रास नहीं आई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर: इस बार राहगीरी कार्यक्रम जगाधरी के झंडा चौक विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर के क्षेत्र में रखा गया, लेकिन यहां भी राहगीरी लोगों को रास नहीं आई। नाममात्र बच्चे पहुंचे। प्रशासनिक अफसर इस बार भी राहगीरी से दूर ही रहे। न तो डीसी आमना तस्मीन, एडीसी प्रशांत पंवार, एसडीएम, सिटीएम, डीडीपीओ, तहसीलदार पहुंचे और न ही डीईपीआरओ विभाग से भी कोई पहुंचा। केवल एसपी कुलदीप सिंह, डीएसओ राजेंद्र सिंह और ट्रैफिक एसएचओ यादविद्र सिंह, जगाधरी थाना प्रभारी राकेश राणा यहां पहुंचे। हालांकि दो घंटे के इस प्रोग्राम में बच्चों ने बेहतरीन परफोर्मेस दी। इस बार राहगीरी में रेसलिग, फुटबॉल, तलवारबाजी के अलावा गीत-संगीत भी था। आठ बजे पहुंचे एसपी
आठ बजे एसपी पहुंचे थे। वहां के हालात देखकर एसपी भी साढ़े आठ बजे चले गए। कार्यक्रम सात बजे शुरू होना था। संख्या में देखते हुए साढे़ सात बजे शुरू हुआ। सबसे पहले ट्रैफिक थाना प्रभारी और एंकर अभिमन्यु पहुंचे थे। छोटे बच्चों की राहगीरी में पहुंचे थे। औपचारिकता भर रह गया कार्यक्रम
दरअसल, सीएम मनोहर लाल ने लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए माह में एक बार राहगीरी का कार्यक्रम कराया जाता है। शुरुआत में इस कार्यक्रम से लोगों को जोड़ने के लिए प्रशासनिक स्तर पर खूब प्रचार कराया गया, लेकिन अब यह कार्यक्रम महज औपचारिकता भर रहा है। इस प्रोग्राम में कुछ बच्चे ही पहुंच रहे हैं। वह भी पुलिस के अनुरोध पर। प्रशासनिक स्तर पर इस दिशा में कोई कदम नहीं उठ रहा है। पूर्व के डीसी गिरीश अरोड़ा इस कार्यक्रम के लिए खुद सोशल मीडिया पर प्रचार किया करते थे। खुद कार्यक्रम में आते भी थे। उनके आने पर अन्य तमाम अधिकारियों की पहुंचने की मजबूरी हो जाती थी। अरोड़ा का तबादला होने के बाद इस दिशा में डीसी आमना तस्मीन के स्तर पर काम नजर नहीं आ रहा है। नहीं पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष
जगाधरी में कार्यक्रम होने के बाद भी स्पीकर कंवरपाल भी नहीं आए। जिला अध्यक्ष महेंद्र खदरी का आवास भी जगाधरी में है। खदरी भी कार्यक्रम में नहीं आए। उनकी तरह अन्य भाजपा के नेताओं भी सीएम की ओर से चलाई राहगीरी में हिस्सा लेने के लिए नहीं आए। सूचना तक नहीं मिलती
सूचना देने में डीआइपीआरओ की लापरवाही नजर आई। कार्यक्रम में विभाग से कोई पहुंचता ही नहीं, यहां तक कि कार्यक्रम के बारे में भी प्रचार प्रसार नहीं किया जाता। सूचना का प्रेसनोट तक जारी नहीं किया जाता। केवल पुलिस की ओर से राहगीरी से एक दिन पहले सूचना सोशल मीडिया पर दी गई। डीसी तक नहीं आई
पिछली बार मॉडल टाउन में राहगीरी थी, यहां पर भी डीसी नहीं पहुंची। इस बार भी डीसी राहगीरी में नहीं आई। उनके साथ-साथ अन्य प्रशासनिक अफसर भी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। सुबह सात बजे का समय राहगीरी का रखा गया। कोई जनप्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचा। पंजाबी गानों पर मचाया धमाल
राहगीरी में देशी व पंजाबी गानों पर बच्चों ने मस्ती की, जिसकी वजह से राहगीरी में थोड़ा रंग जरूर चढ़ा, हालांकि यह राहगीरी केवल बच्चों तक ही सीमित रह गई है। इसमें शहर के लोगों की भूमिका न के बराबर है। शहरवासी हुए परेशान
राहगीरी में नाममात्र की संख्या थी। पुलिस ने झंडा चौक के चारों तरफ नाके लगाए हुए थे, जिससे लोग परेशान हुए। वहां पर सुबह के वक्त मजदूर एकत्र होते हैं। चौक पर कार्यक्रम होने से उनको सड़क पर इंतजार करना पड़ा। कार्यक्रम की संख्या देखकर उनका कहना था कि प्रशासन के प्रोग्राम में चंद लोग आए है। पूरे शहर को परेशान कर दिया। जब तक लोग नहीं जुड़ेंगे सफल नहीं होगा कार्यक्रम
राहगीरी में न तो लोगों की भीड़ आ रही है और न ही प्रशासन इसमें अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के प्रयास कर रहा है। जगाधरी के झंडा चौक पर कार्यक्रम हुआ। तीनों और से पुलिस ने बैरिकेट लगाकर ट्रैफिक को रोक दिया। जिस वजह से दुकान खोलने वाले दुकानदार भी परेशान रहे। लोगों ने यहां तक कह दिया गया कि सरकार का पैसा बर्बाद किया जा रहा है। जब तक इस कार्यक्रम से लोग नहीं जुड़ेंगे तो यह सफल नहीं हो सकता।