शिक्षा के साथ संस्कार भी दे रही डीएवी संस्थाएं:नैन
डीएवी पब्लिक स्कूल पूंडरी के सीनियर ¨वग में जूनियर ¨वग के बच्चो की
संवाद सहयोगी, पूंडरी:
डीएवी पब्लिक स्कूल पूंडरी के सीनियर ¨वग में जूनियर ¨वग के बच्चो की वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में मुख्यातिथि के रूप में स्कूल के प्रबंधक जसमेर ¨सह नैन, जिला बाल कल्याण अधिकारी बलबीर ¨सह, जिला खेल अधिकारी गंगादला यादव, स्कूल प्रबंधक कमेटी की चेयरपर्सन डॉ. सुषमा गुप्ता व बच्चो के अभिभावको ने शिरकत की।
स्कूल प्राचार्या साधना बख्शी ने सभी अतिथियो का स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रीय गान से की गई। बच्चो ने हरियाणवी लोक गीत व नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके पश्चात पीटी, डंबल, लेजियम व योग प्रदर्शन में भाग लेकर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
इसके अतिरिक्त कैप रेस, मास्क रेस, फ्लावर रेस, गंधारी रेस, रेबिट रेस, फलेट रेस, हैंकी रेस, गॉगल रेस, नमस्ते रेस, हैंड बैंड रेस, पैंसिल रेस, पेयर रेस, माला रेस, टैडी रेस, फिरकी रेस, फ्लेग रेस, फेयरी रेस, बेक रेस, जं¨पग रेस, चोकोलेट रेस, फीता बांध रेस, सेव वाटर रेस, बैलून रेस, बनाना रेस, स्पून लेमन रेस में बच्चो ने भाग लिया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर आने वाले बच्चो को मुख्यातिथियो द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर स्कूल प्रबंधक कमेटी सदस्य बजरंग नागरथ, सतपाल चुग, सुधीर वालिया, संजीव कत्याल, नगरपालिका पूंडरी के प्रधान महावीर ¨सह, सेट्रल बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंधक केएस मेहरा, फतेहपुर की सरपंच पुष्पा वालिया, भाविप के कोर्डिनेटर चयनिका कपिल, डॉ. विनोद कपिल, आर्यसमाज मंत्री अनिल आर्य व देवी मंदिर फतेहपुर प्रधान मुकेश वालिया भी विशेषरूप से आमंत्रित थे। प्रतियोगिता के दौरान बच्चो व अभिभावको का उत्साह देखते ही बनता था। मंच का संचालन प्राध्यापिका माधुरी बख्शी व प्राध्यापक पंकज कुमार ने बखूबी किया। संगीत विभाग से स्वदेश, सुमित कुमार व जसबीर ¨सह ने संगीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य साधना बख्शी ने आए हुए सभी मुख्यातिथियो व बच्चो तथा उनके पेरैंटस व ग्रांड पेरैंटस का धन्यवाद किया।
डीएवी स्कूल के प्रबंधक जसमेर ¨सह नैन ने कहा कि कमेटी की आज 919 शिक्षण संस्थाएं चल रही है। डीएवी संस्था ने देश को तीन प्रधानमंत्री, खिलाड़ी और जाने-माने शिक्षाविद् दिए है। उन्होने कहा कि हम अपनी संस्थाओ में बच्चो को शिक्षा के साथ संस्कार देने का प्रयास भी कर रहे है, लेकिन बच्चो के माता-पिता को भी इस ओर ध्यान देना होगा।
खेलकूद बच्चो के
लिए बेहद जरूरी
जिला बाल कल्याण अधिकारी बलबीर चौहान ने कहा कि बच्चो के लिए खेलकूद बेहद जरूरी है। वर्तमान में खेल केवल खेल न रहकर कैरियर की अपार संभावनाओ वाला क्षेत्र बन चुके है। उन्होने सरकार की ओर से खेलो को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासो का जिक्र करते हुए अभिभावको से अपील की कि वे बचपन से ही बच्चो को खेलो के लिए प्रेरित करें। उन्होंने स्कूल प्रबंधक कमेटी व प्राचार्या बख्शी का स्कूल में बुलाने पर आभार जताया।