Move to Jagran APP

पार्षदों ने हाउस की आपात बैठक के लिए नप अध्यक्ष को लिखा पत्र

सिटी स्क्वेयर निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की जांच के लिए पार्षदों ने हाउस की आपात बैठक बुलाने के लिए नगर परिषद अध्यक्ष को पत्र लिखा है। करीब 16 पार्षदों ने इस पत्र पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। अब यह पत्र चेयरपर्सन के पास भेजा जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Dec 2018 11:32 PM (IST)Updated: Mon, 31 Dec 2018 11:32 PM (IST)
पार्षदों ने हाउस की आपात बैठक  के लिए नप अध्यक्ष को लिखा पत्र
पार्षदों ने हाउस की आपात बैठक के लिए नप अध्यक्ष को लिखा पत्र

जागरण संवाददाता, कैथल : सिटी स्क्वेयर निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की जांच के लिए पार्षदों ने हाउस की आपात बैठक बुलाने के लिए नगर परिषद अध्यक्ष को पत्र लिखा है। करीब 16 पार्षदों ने इस पत्र पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। अब यह पत्र चेयरपर्सन के पास भेजा जाएगा।

loksabha election banner

एक्ट के अनुसार पत्र मिलने के दस दिन बाद ही हाउस की मी¨टग बुलानी होती है। इस बैठक में सिटी स्क्वेयर निर्माण भ्रष्टाचार के मामले को लेकर ही कार्रवाई की जाएगी।

पार्षदों ने कहा कि यह मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। इसकी उचित जांच करवाने की मांग रखी जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करवाया जाएगा। अगर दस दिन के अंदर चेयरपर्सन ने बैठक नहीं बुलाई तो डीसी को मी¨टग बुलाने का अधिकार होगा। उस मी¨टग की अध्यक्षता भी प्रशासनिक अधिकारी की करेंगे। मी¨टग बुलाने के लिए 31 में से छह पार्षद भी चेयरपर्सन को लिख सकते हैं।

बॉक्स

ये लगाए थे पार्षद ने आरोप

इस मामले में पार्षद ने आरोप लगाए थे कि नगर परिषद ने सिटी स्क्वेयर बनाने वाली कंपनी को गलत तरीके से एक करोड़ 30 लाख रुपये दिए हैं। कंपनी ने 52 पाइल्स या जमीन में गाड़े जाने वाले पिलर बनाए थे। उनके वजन उठाने की क्षमता जांचने के लिए टे¨स्टग करवाई गई थी। जो पैसा कंपनी को वहन करना था वह नगर परिषद ने जारी किया।

बॉक्स

मामले को उजागर करने वाले पार्षद राकेश सरदाना ने बताया कि निर्माण कार्य का वर्क आर्डर आठ अक्टूबर को दिया गया था। 21 अक्टूबर को नगर परिषद ने कंपनी को एक करोड़ 30 लाख रुपये की पेमेंट भी दे दी। मात्र 13 दिनों में ही पाइल्स बन भी गए और उनकी टे¨स्टग भी हो गई। जबकि एग्रीमेंट के अनुसार पाइल्स बनाने के 28 दिन बाद टे¨स्टग करनी होती है।

बॉक्स : जांच के लिए तैयार : गर्ग

सिटी स्क्वेयर का निर्माण करने वाली कंपनी के मालिक शशांक गर्ग ने बताया कि उन पर जो गलत रुपये लेने के आरोप है, वे सब गलत हैं। उन्होंने कुल 58 पाइल्स की टे¨स्टग करवाई थी। उनमें से छह ट्रायल पाइल्स की थी, जिनकी टे¨स्टग उन्होंने करवाई है। जो 52 पाइल्स थी वे वर्किंग पाइल्स थी उनकी टे¨स्टग के लिए रुपये नगर परिषद से लिए गए हैं। जो पैसे लिए गए हैं वे एग्रीमेंट के अनुसार ही लिए गए हैं। इस मामले में वे हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं।

बॉक्स

नगर परिषद चेयरपर्सन सीमा कश्यप ने बताया कि इस मामले में अधिकारियों से जानकारी हासिल की जा रही है। फिलहाल उन्हें आपात मी¨टग बुलाने का पत्र नहीं मिला है। जो भी नियम के अनुसार होगा उसी हिसाब से आगे कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.