Move to Jagran APP

अधिकारियों की बेरुखी के चलते खंडहर में तब्दील हो रहा सामुदायिक केंद्र

नगर पालिका अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि वार्ड 11 सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य बंद है। बजट की जरूरत इस कार्य के लिए है। नगर पालिका प्रशासन इस प्रयास में है कि शीघ्रता से निर्माण पूरा हो ताकि सामुदायिक केंद्र का लाभ लोगों को मिले।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 07:16 AM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 07:16 AM (IST)
अधिकारियों की बेरुखी के चलते खंडहर में तब्दील हो रहा सामुदायिक केंद्र
अधिकारियों की बेरुखी के चलते खंडहर में तब्दील हो रहा सामुदायिक केंद्र

संवाद सहयोगी, कलायत : मुख्यमंत्री घोषणा से करीब दो करोड़ की लागत से निर्माणाधीन सामुदायिक केंद्र अधिकारियों की बेरुखी के चलते खंडहर में तब्दील हो रहा है। भगवान परशुराम के नाम पर केंद्र का नामकरण करने को लेकर ब्राह्मण संगठनों की बैठकों का दौर पिछले वर्ष निरंतर चला और आखिरकार भवन पर भगवान परशुराम का होर्डिंग चस्पा किया गया। वर्तमान में यह होर्डिंग भी गायब है। पिछले कुछ दिनों से जारी बरसात के कारण हालात ज्यादा खराब हो रहे हैं। इसके चलते वार्ड 11 इंदिरा कालोनी में स्थित इस सामुदायिक केंद्र की दीवार, फर्श, छत और अन्य निर्माण भारी सीलन की गिरफ्त में हैं। राजकीय महिला कालेज की गली में लगता सामुदायिक केंद्र का मुख्य द्वार ढहने की कगार पर है। केंद्र के तीनों द्वार अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। यही कारण है कि वार्ड 11 में सामुदायिक केंद्र, श्री कपिल मुनि तट पर पार्क और अन्य निर्माण योजनाएं अधर में लटकी हैं।

loksabha election banner

नगर पालिका अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि वार्ड 11 सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य बंद है। बजट की जरूरत इस कार्य के लिए है। नगर पालिका प्रशासन इस प्रयास में है कि शीघ्रता से निर्माण पूरा हो ताकि सामुदायिक केंद्र का लाभ लोगों को मिले। सीवरेज की सफाई न होने से घरों में घुसा बरसात का पानी

जागरण संवाददाता, कैथल : वार्ड नंबर 30 प्रताप गेट अंबकेश्वर कालोनी की वाल्मीकि बस्ती में सीवरेज की सफाई ना होने के कारण बरसात का पानी गलियों और घरों में घुस गया है। गली के लोगों ने कई बार संबंधित विभाग को शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ है। गली के लोगों ने मजबूर होकर स्वयं ही सीवरेज के अंदर जाकर सफाई का कार्य शुरू कर दिया है। ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाता है तो उसका जिम्मेदार जिला प्रशासन ही होगा। विक्की, चाहत, नरेश, काका, आकाश, साहिल, राहुल ने बताया कि बरसात होते ही उनके सामने पानी की बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है। बरसात के मौसम में हर साल उन्हें घरों में कैद होना पड़ता है या दूसरी जगह जाकर रहना पड़ता है। उनकी बस्ती में पानी निकासी की व्यवस्था बिल्कुल ठप है। बरसात होते ही सीवरेज का पानी भी ओवरफ्लो होकर गलियों में जमा हो जाता है। पहले भी नगर परिषद और जनस्वास्थ्य विभाग को कई बार शिकायत कर चुके हैं। अधिकारी भी कोई समाधान नहीं कर रहे हैं। उनकी डीसी प्रदीप दहिया से मांग है कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान किया जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.