दूसरों को स्वच्छता का संदेश देने वाली नप खुद बदहाल
दूसरों को स्वच्छता का संदेश देने वाली नगर परिषद खुद बदहाल है। अगर शहर के लोग अपने काम के लिए नगर परिषद कार्यालय जाते हैं तो वे यहां का पानी न पीएं। नगर परिषद का पानी पीने से वे बीमार हो सकते हैं। कार्यालय की छत पर पानी की चार टंकियां रखी गई हैं। टंकी देखकर ऐसा लगता है कि कभी इनकी सफाई नहीं की गई है। टंकियों में गंदगी जमा हो चुकी है और फंफूदी लगी हुई है और कीड़े चलते हैं। यह गंदा पानी कार्यालय में रखे वाटर कूलर और शौचालयों में इस्तेमाल किया जाता है। इसे ही यहां आने वाले लोग और कर्मचारी पीते हैं। नगर परिषद का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
सुनील जांगड़ा, कैथल : दूसरों को स्वच्छता का संदेश देने वाली नगर परिषद खुद बदहाल है। अगर शहर के लोग अपने काम के लिए नगर परिषद कार्यालय जाते हैं तो वे यहां का पानी न पीएं। नगर परिषद का पानी पीने से वे बीमार हो सकते हैं। कार्यालय की छत पर पानी की चार टंकियां रखी गई हैं। टंकी देखकर ऐसा लगता है कि कभी इनकी सफाई नहीं की गई है। टंकियों में गंदगी जमा हो चुकी है और फंफूदी लगी हुई है और कीड़े चलते हैं। यह गंदा पानी कार्यालय में रखे वाटर कूलर और शौचालयों में इस्तेमाल किया जाता है। इसे ही यहां आने वाले लोग और कर्मचारी पीते हैं। नगर परिषद का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अब गर्मी का मौसम आ चुका है और लोगों को पानी की ज्यादा जरूरत पड़ेगी। नगर परिषद में 31 पार्षद चुने गए हैं, लेकिन किसी पार्षद का ध्यान भी इस समस्या की ओर नहीं गया है।
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सोलर प्लांट में उगे हैं पीपल के पेड़
नगर परिषद कार्यालय की छत पर सोलर प्लांट लगा हुआ है। इससे कार्यालय में बिजली भी मिलती है। बिना देखभाल के सोलर प्लांट भी खराब होने वाला है। जो छत के ऊपर प्लांट की प्लेट लगाई गई हैं उनमें पीपल के पेड़ उग चुके हैं। सोलर प्लांट को लगाने में लाखों रुपये खर्च किए थे, लेकिन बिना देखभाल के वह कभी भी कंडम हो सकता है।
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छत पर नहीं होती सफाई
कहने को नगर परिषद के पास करीब 370 कच्चे व पक्के सफाई कर्मचारी हैं। सारे शहर की साफ सफाई की जिम्मेदारी नगर परिषद की है, लेकिन खुद के कार्यालय की छत पर कभी साफ सफाई नहीं की जाती। इसके अलावा भी जो भी नगर परिषद का खराब सामान होता है उसे भी ऊपर ही फेंक दिया जाता है।
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कार्यालय की छत से टपकता है पानी
नगर परिषद भवन में पानी लीकेज की बड़ी समस्या है। जहां मोटरसाइकिल स्टैंड बनाया गया है वहां से छत हमेशा टपकती रहती है। पानी लीकेज के कारण दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं। अधिकारियों व चेयरपर्सन के कार्यालय भी कंडम हो चुके थे। अब उन पर करीब पांच लाख रुपये खर्च कर उन्हें ठीक करवाया जा रहा है।
बॉक्स: कराई जाएगी सफाई
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि कार्यालय में रखी पानी की टंकियों को साफ करवा दिया जाएगा। टंकियों पर ढक्कन भी लगवा दिए जाएंगे और साफ-सफाई भी करवाई जाएगी।