बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल करें : सोनी
डीसी और जिला बाल कल्याण परिषद की अध्यक्षा डॉ. प्रियंका सोनी ने बच्चों को कहा कि वे इस आयु में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लें।
जागरण संवाददाता, कैथल: डीसी और जिला बाल कल्याण परिषद की अध्यक्षा डॉ. प्रियंका सोनी ने बच्चों को कहा कि वे इस आयु में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लें। जीवन की इस अवस्था का भरपूर आनंद उठाएं। बचपन बहुत अनमोल है और जीवन की यह अवस्था दोबारा प्राप्त नहीं होती। सभी बच्चे बचपन का सदुपयोग करें और अपने जीवन में अच्छे संस्कार और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा विकसित करें। वे बाल भवन में जिला बाल कल्याण परिषद की ओर से बाल दिवस के अवसर पर आयोजित पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित कर रही थी। डीसी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। एसडीएम कमलप्रीत कौर ने कहा कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है और सभी बच्चे कठिन परिश्रम और लग्न से अपने जीवन के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें। जिला बाल कल्याण परिषद की ओर से कराई प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। करनाल मंडल के बाल कल्याण अधिकारी प्रदीप मलिक ने सभी का स्वागत किया। 1700 बच्चों ने लिया भाग
विभिन्न 19 सांस्कृतिक गतिविधियों में विभिन्न विद्यालयों के 1700 बच्चों ने भाग लिया। मंच का संचालन कार्यक्रम अधिकारी मलकीत सिंह चहल और महेंद्र खन्ना ने किया। सर्वप्रथम किडजी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने गणेश वंदना की शानदार प्रस्तुति दी। सुपार्शव जैन बाल सदन के विद्यार्थियों ने राजस्थानी समूह नृत्य की प्रस्तुति पर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। बाल भवन में शून्य से 6 वर्ष के बच्चों हेतू सुबह 9 से 5 बजे तक संचालित किए जा रहे डे-केयर सेंटर के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने पंजाब की संस्कृति की छटा बिखेरते हुए शानदार भंगड़ा प्रस्तुत किया। द माइलस्टोन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थी अदम्य ने एकल गीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। ओएसडीएवी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने समूह गान तथा इसी विद्यालय की निष्ठा ने शानदार एकल नृत्य की प्रस्तुति दी।