मौसम बदला, बढ़ी किसानों की ¨चता
मौसम की करवट से किसानों की ¨चता बढ़ गई है। आसमान में छाए बादल और हवा के चलने से तापमान कम हो गया है। सुबह और शाम के समय लोग घरों से गर्म कपड़े डालकर बाहर निकलने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह में जिले के अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है।
जागरण संवाददाता, कैथल : मौसम की करवट से किसानों की ¨चता बढ़ गई है। आसमान में छाए बादल और हवा के चलने से तापमान कम हो गया है। सुबह और शाम के समय लोग घरों से गर्म कपड़े डालकर बाहर निकलने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह में जिले के अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है।
बादल छाने से किसानों के चेहरे पर ¨चता की लकीरें दिखने लगी हैं। गौरतलब है कि इस समय खेतों में गेहूं की बिजाई का कार्य जोरों पर है। साथ ही जिले की अनाज मंडियों में भी किसानों द्वारा लाई गई धान की फसल के ढेर लगे हैं। ऐसे में अगर बरसात होती है तो किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इससे गेहूं की बिजाई का कार्य भी प्रभावित होगा और मंडियों में पड़ी फसल भी भीगने के कारण खराब हो सकती है।
24 डिग्री सेल्सियस रहा अधिकतम तापमान
बृहस्पतिवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। जिले का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं 11 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवा में करीब 49 प्रतिशत तक नमी दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले दो दिनों तक तापमान में और ज्यादा गिरावट आने की संभावना है।
25 नवंबर तक गेहूं की बिजाई का सही समय
कृषि विज्ञान केंद्र कैथल में मुख्य कृषि वैज्ञानिक डॉ. जसबीर ¨सह ने कहा कि गेहूं की अगेती किस्म की बिजाई का सही समय 25 नवंबर तक है। इसके बाद पछेती किस्मों की बिजाई होगी। 25 के बाद बिजाई करते समय किसानों को प्रति एकड़ कम से कम दस किलो बीज अतिरिक्त डालने की आवश्यकता होगी। तभी फसल पूरा मुनाफा देगी।