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अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा छात्रवृत्ति का लाभ लेने के आरोपितों पर केस दर्ज

फर्जी दस्तावेज तैयार करवाते हुए अनुसूचित जाति का प्रमाण बनवाकर जेबीटी का कोर्स करने व सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजना के तहत छात्रवृत्ति का लाभ लेने का मामला सामने आया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Nov 2019 09:40 AM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 09:40 AM (IST)
अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा छात्रवृत्ति  का लाभ लेने के आरोपितों पर केस दर्ज
अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा छात्रवृत्ति का लाभ लेने के आरोपितों पर केस दर्ज

जागरण संवाददाता, कैथल : फर्जी दस्तावेज तैयार करवाते हुए अनुसूचित जाति का प्रमाण बनवाकर जेबीटी का कोर्स करने व सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजना के तहत छात्रवृत्ति का लाभ लेने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। शिकायत करने वाले व्यक्ति बिरथे-बाहरी अब हालही निवासी कुरुक्षेत्र के डेरा साहनी फार्म निवासी गुरुबक्श सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने कुछ समय पहले एक शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी कैथल को दी थी। इसमें संदीप सिंह व उनकी पत्नी विरेन्द्र कौर जो कि जट सिख जाति से संबंध रखते हैं, लेकिन इन्होंने फर्जी दस्तावेज के सहारे अनुसूचित जाति का सर्टिफिकेट बनाकर जेबीटी का कोर्स कर लिया। बिरथे-बाहरी गांव के संदीप सिंह ने डी के खोला एजुकेशन कालेज जैनाबाद जिला रेवाडी कालेज में कोर्स करके डिग्री प्राप्त की है व पोस्ट मैट्रिक के आधार पर 40000 हजार रुपये की राशि जिला कल्याण अधिकारी रेवाडी से प्राप्त कर ली, व विरेन्द्र कौर ने नलवा कालेज पानीपत से जेबीटी का कोर्स किया व पोस्ट मैट्रिक के आधार जिला कल्याण अधिकारी पानीपत से 21 हजार 160 रूपये की राशि छात्रवृत्ति के रूप में प्राप्त की, जो गैर कानूनी व निराधार है।

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शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि शिक्षा अधिकारी कैथल ने वह खंड शिक्षा अधिकारी राजौंद को जांच के लिए शिकायत भेज दी। खंड शिक्षा अधिकारी राजौंद ने जांच करके शिक्षा अधिकारी कैथल को रिपोर्ट थी। व शिक्षा अधिकारी कैथल ने जांच रिपोर्ट डीसी कैथल को भेजी, लेकिन उक्त मामले में आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायत कर्ता ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी राजौंद ने रिपोर्ट में बताया कि पिकी देवी, जोकि संदीप व विरेन्द्र कौर की माता है जो भेडकुट जाति से संबंध रखती है, लेकिन उनकी शादी सिख से हुई है। इसलिए पिकी देवी, व उनके पति प्रीतम सिंह के बच्चे जट सिख ही होंगे। खंड शिक्षा अधिकारी राजौंद ने रिपोर्ट मे लिखा कि प्रीतम सिंह के पिछले गांव गुथमडा जिला पटियाला पंजाब से उसकी जाति का पता चल सकता है। गांव गुथमडा के सरपंच ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि प्रीतम सिंह जट जाति संबंध रखता है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इस मामले में आरोपित संदीप सिंह, विरेंद्र कौर, पिकी देवी, प्रीतम सिंह, सरपंच रामचंद्र, बक्शी राम, सोहन, गुरूबचन, ज्ञान चंद, मान सिंह सभी दोषी है। इसलिए सभी के खिलाफ केस दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाए।

राजौंद पुलिस थाना से जांच अधिकारी एएसआई ईश्वर सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले में जांच की जा रही है। -------------


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