Move to Jagran APP

धार्मिक स्थल को विकसित करने को खाका तैयार

संवाद सहयोगी, कलायत: हरियाणा की धरोहरों से जुड़ी प्राचीन संस्कृति फिर से जीवंत होगी। इस

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Feb 2018 11:16 PM (IST)Updated: Fri, 23 Feb 2018 11:16 PM (IST)
धार्मिक स्थल को विकसित करने को खाका तैयार
धार्मिक स्थल को विकसित करने को खाका तैयार

संवाद सहयोगी, कलायत: हरियाणा की धरोहरों से जुड़ी प्राचीन संस्कृति फिर से जीवंत होगी। इसकी शुरूआत महाभारत काल से जुड़ी कुरुक्षेत्र भूमि परिक्रमा से की गई है। 48 कोस की परिधि में आने वाले प्राचीन स्थलों के कायाकल्प के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला प्रशासन को विशेष निर्देश दिए हैं। इस महत्वपूर्ण कार्य का आगाज शुक्रवार को कलायत स्थित श्री कपिल मुनि धाम तट से हुआ। डीसी सुनीता वर्मा की अगुवाई में तमाम विभागों के अफसरों का दल सांख्य दर्शन प्रवर्तक भगवान कपिल मुनि धाम परिसर में पहुंचा। भाजपा प्रांतीय उपाध्यक्ष धर्मपाल शर्मा की अध्यक्षता में धार्मिक स्थलों को विकसित करने से जुड़े पहलुओं पर विभिन्न विभागों, धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक और आम लोगों ने ¨चतन-मंथन किया।

prime article banner

डीसी सुनीता वर्मा ने कहा कि प्रशासन मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को मूर्त रूप देने की कवायद में लगा है। करोड़ों रुपये का बजट धरोहरों को चार चांद लगाने के लिए तय किया गया है। प्राचीन स्थलों की स्थिति का अध्ययन करने के लिए डीसी व धर्मपाल शर्मा के साथ अधिकारियों के दल ने श्री कपिल मुनि धाम, मटौर स्थित मां मुक्टे‌र्श्वरी तीर्थ, श्री तीर्थ कसाण, बेचिराग गांव खडालवा स्थित प्राचीन शिव मंदिर, श्री रसमंगल तीर्थ जाखौली, पापमकृत्य नाशम तीर्थ और श्री चक्रपाणि तीर्थ पर स्थिति की समीक्षा की।

एसडीएम जगदीप ¨सह ने क्रमवार ऐतिहासिक स्थलों की वस्तुस्थिति से रूबरू करवाया। टीम में भारतीय पुरातत्व विभाग, केडीबी, नगरपालिका, जन स्वास्थ्य, ¨सचाई, लोक निर्माण, बिजली और दूसरे विभागों के प्रमुख शामिल रहे। इसके अलावा नगरपालिका, जिला परिषद, ब्लाक समिति, पंचों और अन्य संगठनों ने अपनी सक्रिय प्रतिभागी दर्ज करवाई। इस अवसर पर श्री कपिल मुनि धाम मुख्य पुजारी वेदप्रकाश गौतम, नगर सौहार्द कमेटी अध्यक्ष मैनपाल राणा, छबील दास नायक, पार्षद राजेश जैष्ट, रामकुमार नायक, पीएम मिशन प्रांतीय मीडिया प्रभारी र¨वद्र धीमान, जिलाध्यक्ष राजू कौशिक, मार्केट कमेटी चेयरमैन संजीव राणा, राजीव राजपूत, सोमप्रकाश शर्मा, नंबरदार संजय ¨सगला, प्रवीन शर्मा, पुजारी रमेश कौशिक, सुशील कुमार, बिट्टू कांसल, वीरेंद्र ¨सह, बीडी बंसल, धर्मपाल धीमान, नरसी गर्ग, मोतीलाल गर्ग, मोहन लाल, रवींद्र सूर्यवंशी, विक्की सैन व धीरज गनगोरिया मौजूद थे।

पुजारी ने क्रमवार रखे

पर्यटन से जुड़े सुझाव:

श्री कपिल मुनि धाम सरोवर को नया स्वरूप देने के लिए मुख्य पुजारी वेदप्रकाश गौतम कई तकनीकी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए धरोहर को ब्रह्मसरोवर की तर्ज पर विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने सरोवर कोरिडोर, स्वच्छ जल, सफाई, घाट और प्राकृतिक स्वरूप को मनोरम रूप देने से जुड़े कारकों को बारीकी से डीसी के समक्ष रखा। पंचरथ शैली से निर्मित शिवालयों और महाभारत कालीन सुरंग के प्रति संबंधित विभागों की बेरुखी का मुद्दा भी खूब उछला।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.