फसलों की आनलाइन बिक्री न होने पर भाकिसं ने फूंका सरकार का पुतला
भारतीय किसान संघ (भाकिसं) ने फसलों की आनलाइन बिक्री और भुगतान योजना को लागू नहीं करने के विरोध में सरकार का पुतला फूंका। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया
जागरण संवाददाता, कैथल : भारतीय किसान संघ (भाकिसं) ने फसलों की आनलाइन बिक्री और भुगतान योजना को लागू नहीं करने के विरोध में सरकार का पुतला फूंका। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया। राज्यपाल के नाम भेजे ज्ञापन में संघ के प्रांत के युवा प्रमुख गुलतान नैन, जिलाध्यक्ष सतीश ग्योंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 मई 2016 को फसलों की आनलाइन बिक्री के लिए राष्ट्रीय कृषि योजना की घोषणा की थी, लेकिन करीब ढ़ाई वर्ष बाद भी योजना धरातल पर लागू नहीं हो पाई है। अब प्रदेश सरकार ने आढ़तियों को दबाव में योजना को लागू करने के लिए किसानों पर नई शर्त लगा दी है। इसके अनुसार योजना लागू करवाने के लिए किसानों को पहले आढ़ती से नो-ड्यूज लेना होगा।
किसानों का कहना था कि उनकी मांग है कि फसलों की आनलाइन बिक्री को धरातल पर लागू किया जाए। फसलों का भुगतान सीधा खाते में किया जाए, जिससे पारदर्शिता आएगी। धान की फसल की बिक्री के दौरान किसानों के साथ जे फार्म के नाम पर जमकर लूट हुई। विरोध भी हुआ है, लेकिन ना तो किसी अधिकारी पर कार्रवाई हुई और ना ही आढ़ती पर। किसानों को धान के समर्थन मूल्य से 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल तक कम भुगतान किया गया है। उन्होंने खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री कर्ण देव कांबोज को ज्ञापन देकर जांच की मांग भी थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि जे-फार्म घोटाले को आनलाइन बिक्री से ही रोका जा सकता है। अगर सरकार ने आनलाइन योजना को लागू कर ये किसान विरोधी शर्तों को नहीं हटाया तो संघ इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगा।
इस मौके पर श्रीराम मोहना, पाला राम क्योड़क, विक्रम ¨सह, प्रेम ¨सह, दयाल ¨सह, जगदीश खुराना, महावीर धौंस, मियां बलवंती, कप्तान राणा, दीपक वालिया, सन्नी वालिया व अरूण वालिया मौजूद थे। --------------