सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र में रोजगार के लिए आइटीआइ के कोर्स बेहतर विकल्प: मच्छाल
राजकीय आइटीआइ में दाखिलों को लेकर आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। युवाओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए 20 हेल्प डेस्क लगाए गए हैं। आज बेरोजगारी बढ़ रही है और सरकार हर युवा को सरकारी नौकरी भी नहीं दे सकती।
कैथल : राजकीय आइटीआइ में दाखिलों को लेकर आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। युवाओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए 20 हेल्प डेस्क लगाए गए हैं। आज बेरोजगारी बढ़ रही है और सरकार हर युवा को सरकारी नौकरी भी नहीं दे सकती। ऐसे में सरकारी व प्राइवेट नौकरी के लिए आइटीआइ का कोर्स ही बेहतर विकल्प है। आइटीआइ में अनुदेशकों की कमी पूरी करने के लिए निदेशालय को लिखा हुआ है। युवा 12 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं, जिसके बाद पहली कट ऑफ लिस्ट जारी की जाएगी। दैनिक जागरण के संवाददाता सुनील जांगड़ा ने आइटीआइ में चल रही आवेदन प्रक्रिया व युवाओं की सुविधाओं को लेकर राजकीय आइटीआइ के प्राचार्य एवं नोडल अधिकारी सतीश मच्छाल से बातचीत की। पेश हैं बातचीत के कुछ अंश :- सवाल : राजकीय आइटीआइ में इस बार युवाओं के लिए कौनसा नया कोर्स आया है ?
जवाब : राजकीय आइटीआइ में 28 प्रकार के अलग-अलग कोर्स हैं। इस बार फाइनेंस एग्जीक्यूटिव का नया कोर्स शुरू किया जा रहा है। इस कोर्स को करने के बाद युवा बैंकिग क्षेत्र से संबंधित नौकरी आसानी से हासिल कर सकते हैं। नए कोर्स के लिए 24 सीटों पर दाखिले लिए जाएंगे। दसवीं पास करने वाले युवा इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। सवाल : आवेदन करने को लेकर निदेशालय की ओर से क्या बदलाव किए गए हैं ?
जवाब : आइटीआइ में कुछ कोर्स ऐसे थे जिनमें आवेदन करने के लिए आठवीं अनिवार्य थी, जिसे बढ़ा कर अब दसवीं कर दिया गया है। वहीं कुछ ऐसे कोर्स थे जिनमें आवेदन करने के लिए 12वीं जरूरी थी उनके लिए भी दसवीं अनिवार्य की गई है। इस बार दसवीं पास करने वाले युवाओं के लिए अच्छा स्कोप है। सवाल : आइटीआइ में कुल कितनी सीटें हैं और कितने आवेदन आ चुके हैं ?
जवाब : राजकीय मेन व महिला आइटीआइ में कुल 1500 सीटें हैं। इनके लिए फिलहाल 3200 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। 12 जुलाई आवेदन करने का अंतिम दिन है। तब तक आवेदनों की संख्या पांच से छह हजार के बीच जाने की उम्मीद है। आवेदन ज्यादा आने के कारण पहली कट ऑफ लिस्ट ऊंची जा सकती है। सवाल : आवेदन करने में युवाओं को परेशानी न हो इसके लिए क्या प्रबंध किए गए हैं ?
जवाब : आवेदन करने वाले युवाओं की सुविधाओं के लिए हर संभव प्रयास किया गया है। आइटीआइ में 20 हेल्प डेस्क लगाए हुए हैं। एक पूछताछ केंद्र स्थापित किया हुआ है, जहां युवा हर प्रकार की जानकारी ले सकते हैं। दाखिला कमेटी का गठन भी कर दिया गया है। युवतियों के आवेदन निशुल्क किए जा रहे हैं। सवाल : आइटीआइ कोर्स को क्यों चुने युवा, इससे क्या फायदा होगा ?
जवाब : हरियाणा ही नहीं देश में बेरोजगारी की मुख्य समस्या बनी हुई है। सरकार भी हर बेरोजगार को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती। ऐसे में आइटीआइ का कोर्स करना ही युवाओं के लिए बेहतर विकल्प है। कोर्स करते ही युवा सरकार या प्राइवेट नौकरी आसानी से हासिल कर सकते हैं। गरीब एवं मध्यमवर्ग के युवा इससे ज्यादा फायदा उठा सकते हैं। कोर्स करते ही बच्चों को आठ हजार रुपये में जिले में ही अप्रेंटिस पर रखा जा रहा है।
सवाल : इस बार युवाओं के लिए अलग से क्या सुविधा दी जा रही है ?
जवाब : इस बार दसवीं पास करने वाले युवा दो साल के कोर्स के साथ ही 12वीं भी कर सकते हैं। दसवीं के बाद कोर्स करने वाले युवा को दो साल में मात्र हिदी और अंग्रेजी विषय में से एक ही पेपर देना होगा। कोर्स पूरा होने के साथ ही उसे 12वीं की मार्कशीट जारी कर दी जाएगी।
सवाल : राजकीय आइटीआइ में लंबे समय से स्टाफ की कमी है। स्टाफ पूरा करने के क्या प्रयास किए गए हैं ?
जवाब : आइटीआइ में स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए सरकार व निदेशालय को लिखा गया है। जो स्टाफ फिलहाल उनके पास मौजूद है उनकी ही अतिरिक्त ड्यूटी लगाई जा रही हैं ताकि युवाओं को परेशानी न हो। जल्द ही स्टाफ पूरा होने की उम्मीद है।